आजम खां के बाद बेटा भी हुआ यूपी पुलिस का शिकार, खंगाली गई पूरी बैरक
सबसे पहले सांसद आजम खां की बैरक खंगाली गई जिसमें आजम खां का बेटा अब्दुल्ला आजम खां भी मौजूद था। जिसके बाद बैरक के चप्पे चप्पे की तलाशी ली गई पर यहां पर कोई भी संदिग्ध सामान नहीं मिला।
लखनऊ : यूपी की जेल में सरकारी रोटियां तोड़ रहे यूपी पुलिस के मेहमान आजम खां बड़ी चर्चा में है पर सबसे बड़ी बात है कि इस बार वे अकेले नहीं हैं उनके बेटे भी चर्चाओं में हैं। क्योंकि आपको बता दें कि अब आज़म खां के बाद उनका बेटा यूपी पुलिस का शिकार होता दिख रहा है। गुरुवार को सीतापुर जेल में जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक के साथ मिलकर छापेमारी की। जिसके चलते आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम खां की बैरक खंगाली गई।
शासन के निर्देश पर जेल की हर बैरक को पूरी तरह से खंगाला गया जिसपर पुलिस अधीक्षक सफाई देते हुए इसे शासन द्वारा दिए आदेशों के तहत एक प्रक्रिया बता रही हैं। आपको बता दें कि ये इस पूरे मामले में गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के वाहन ने जेल में प्रवेश किया जिसके चलते उनके पीछे पुलिस के और वाहन भी थे। अचानक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को आया देख जेल में अफरातफरी मच गई।
जिसके बाद औचक निरीक्षण की जानकारी पाकर जेल अधीक्षक सुरेश कुमार और जेलर आरएस यादव बाहर आ गए और जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज और पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह को अंदर ले गए। उनके साथ मौके पर एएसपी डॉ. राजीव दीक्षित, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट सहित 11 थानों की पुलिस फोर्स भी मौजूद थी।
जिसके बाद सबसे पहले सांसद आजम खां की बैरक खंगाली गई जिसमें आजम खां का बेटा अब्दुल्ला आजम खां भी मौजूद था। जिसके बाद बैरक के चप्पे चप्पे की तलाशी ली गई। पर यहां पर कोई भी संदिग्ध सामान नहीं मिला। इसके बाद संयुक्त टीम ने अन्य बैरकों को भी खंगाला। साथ ही कई जेल बंदियों से जेल से जुड़ी जानकारी भी ली गई। जेल निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा जानकारी भी ली गई।
जेल से निकलने के बाद एसपी आरपी सिंह ने बताया कि जेल के भीतर सांसद आजम खां के पुत्र की बैरक के अलावा अन्य बैरकों को भी खंगाला गया है लेकिन किसी भी बैरक में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। साथ ही जेल परिसर और जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी कि गई पड़ताल।
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