मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर इस दिन हो सकती है बैठक
हालांकि मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन राज्य में पंचायत चुनाव की आवाज बुलंद है। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग कभी भी कोई बड़ा ऐलान कर सकता है। क्योंकि चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच राज्य में सोमवार का दिन काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि सोमवार को बड़ी बैठक होगी, जिसमें कुछ बड़ी घोषणाएं शामिल होने की संभावना है।
दरअसल, आज तक राज्य में जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों पर कोई आरक्षण नहीं है। ऐसे में बैठक में इस मुद्दे पर फैसला भी हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक 22 नवंबर को होने वाली चुनाव आयोग की बैठक में पंचायत चुनाव की तारीखों और चुनाव कब होंगे, इस पर भी फैसला हो सकता है। राज्य ने हमेशा आदर्श आचरण किया है। हालांकि यह अटकलों का समय है, लेकिन वास्तविक स्थिति बैठक के बाद ही स्पष्ट होगी।
सोमवार को होगी बैठक
दरअसल, मध्य प्रदेश चुनाव आयोग 2021 के अंत तक पंचायत चुनाव संपन्न कराना चाहता है। इसलिए चुनाव आयोग बड़े पैमाने पर चुनाव की तैयारियों में लगा हुआ है। चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि वह पंचायत चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव दो चरणों में होने की संभावना है। दोनों चरणों के बीच 10 से 15 दिनों का अंतर हो सकता है। इन सभी मुद्दों पर सोमवार को होने वाली बैठक में चर्चा या फैसला हो सकता है। चुनाव आयोग पहले ही राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पंचायत चुनाव को लेकर सतर्क रहने का निर्देश दे चुका है। राज्य के कई जिलों में मतदान केंद्रों का सीधा सत्यापन शुरू हो गया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद का आरक्षण ठप
विशेष रूप से मध्य प्रदेश में अब तक जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए कोई आरक्षण नहीं है, जिसे पंचायत चुनाव में बाधा का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। हालांकि इस मसले पर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है। इन सब को देखते हुए सोमवार की बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।