दिल्ली : सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें विभिन्न दलों के सदन के नेता हिस्सा लेंगे। इस बैठक में सदन का सुचारु रूप से कामकाज सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कामों और इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा किए जाने की संभावना है। शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर को समाप्त होगा। इस सत्र में 17 बैठकें होंगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज शाम कार्यमंत्रणा समिति की बैठक करेंगे।
इस बार पारंपरिक तौर पर सत्र से पहले आयोजित किये जाने वाले सर्वदलीय बैठक के स्थान पर कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाने का फैसला किया गया है। पिछले हफ्ते सरकार ने शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये जाने वाले 16 विधेयकों की सूची जारी की थी। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बैठक के लिए लोकसभा और राज्यसभा में विभिन्न दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा है। इसमें पीएम मोदी के उपस्थित रहने की संभावना है।
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संसद के शीतकालीन सत्र में लिए जाने वाले संभावित विधायी कार्यों और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिये लोकसभा और राज्यसभा में राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं को बुलाया गया है। सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिये सभी दलों के नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की है।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर पार्टी की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई में एक अहम बैठक बुलाई थी। करीब 70 मिनट चली बैठक में पार्टी सीमा तनाव, महंगाई समेत उन सभी मुद्दों को संसद में उठाने का फैसला लिया, जो जनता और देश की सुरक्षा से जुड़े है। इनमें साइबर क्राइम के मुद्दे को भी प्रमुखता से रखा गया है।