
”कचरा भी एक ऐसा स्रोत है, जिससे आमदनी का रास्ता” – राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह
जम्मू कश्मीर : प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कचरे को रोजगार के अवसर तलाशने का सन्देश दिया है। कचरे से रोजगार के विषय पर बोलते हुए जितेन्द्र सिंह ने कहा , ”कचरा भी एक ऐसा स्रोत है, जिससे आमदनी का रास्ता मिल सकता है।”
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वेस्ट टू वेल्थ विषय पर बोलते हुए रखा ये सुझाव
दरअसल शनिवार को जम्मू कश्मीर में वेस्ट टू वेल्थ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार को सम्बोधित करते हुए डा. जितेंद्र कहा कि, ”भविष्य में कचरे से भी रोजगार मिलेगा। युवाओं को इस इनोवेशन को अपनाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले 25 साल को अमृत काल कहा है जो 2047 में भारत को विश्व पटल पर लाकर खड़ा करेगा। यह तभी होगा जब हम ऐसे अनछुए स्रोतों का उचित इस्तेमाल करेंगे, जिनका उपयोग आज तक तकनीकी अभाव के कारण नहीं हो पाया। डा. जितेंद्र ने कहा कि युवा अब इस और बढ़ भी रहे हैं और कई स्टार्टअप भी शुरू किए गए हैं। डा. जितेंद्र ने कहा कि कचरे से रोजगार को लेकर जागरूकता लाने की आवश्यकता है। युवाओं को यह बताना होगा कि जिन्हें वो कचरा समझते हैं, वो भी उनके लिए आमदनी का स्रोत बन सकता है।”
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सेमीनार में इन लोगों को किया गया सम्मानित
उन्होंने कहा कि, ”गत दिनों केंद्रीय मंत्रालयों से ई-कचरा एकत्रित किया और उसे बेच कर सरकार को 62 करोड़ की आमदनी हुई। आज अत्याधुनिक तकनीक के दम पर फिजूल में फेंके जाने वाले सामान से आमदनी की जा सकती है, जरूरत है सिर्फ जागरूकता व मार्ग दर्शन की। इस राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में प्रमुख उद्योगपति आए थे जिन्हें डा. जितेंद्र ङ्क्षसह ने सम्मानित भी किया।”