
दिल्ली : सरकार ने लिंग निर्धारण(sex determination) को भले ही अपराध माना हो। लेकिन रोहिणी जिले के अमन विहार इलाके में क्लीनिक में लिंग निर्धारण और गर्भपात करवाने का काम खुलेआम हो रहा है।
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पुलिस ने इस मामले में शामिल 2 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, क्लीनिक चलाने वाली महिला फरार है। छापामारी के दौरान पुलिस को क्लीनिक से भारी मात्रा में दवाएं, इंजेक्शन और गर्भ समाप्त करने वाली गोलियां बरामद हुई हैं। गिरफ्तार महिलाएं आशा वर्कर और एएनएम कर्मचारी हैं।
दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि, सोनीपत में दवा की दुकान में काम करने वाला रविंदर अजन्मे बच्चों की लिंग निर्धारण के काम में लिप्त है। पुलिस ने नकली ग्राहक को उसके पास भेजा है। रविंदर ने इसके लिए 28 हजार रुपये लेकर भ्रूण का लिंग निर्धारित करने को कहा। और बताया कि शनिवार को मुंडका मेट्रो स्टेशन(Mundka Metro Station) पहुंचने पर सरिता नाम की एक महिला मिलेगी। सरिता ने एक अन्य महिला कृष्णा से उसकी मुलाकात करवाई।
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नकली ग्राहक की निशानदेही पर पुलिस ने उसके बाद दोनों को दबोच लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि, सीमा नाम की महिला अमन विहार में क्लीनिक चलाकर लिंग निर्धारित करने का काम करती है। जिसके बाद पुलिस टीम ने अमन विहार में सीमा के घर और क्लीनिक पर छापा मारा। लेकिन उसका घर और क्लीनिक बंद था।