
मंकीपॉक्स को लेकर आगरा में जारी किया अलर्ट, शहर से देहात तक जिला प्रशासन इस तरह से करेंगा निगरानी
आगरा : कोविड-19 के कारण पूरी दुनिया 2 साल तक दहशत में रही और इस महामारी से लाखों लोग असमय ही काल के गाल में समा गए। अभी कोविड-19 ख़त्म भी नहीं हुआ और एक और महामारी ने दस्तक दे दी है। पूरी दुनिया सहित भारत में भी इसको लेकर दहशत का माहौल है।
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भारत में मंकीपॉक्स(monkeypox) के 4 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें एक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का भी है। नई दिल्ली में मंकीपॉक्स की दस्तक के बाद ताजनगरी आगरा में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। आगरा में रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक सैलानियों की निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है।
सीएमओ आगरा डॉ.अरुण कुमार श्रीवास्तव अनुसार मंकी पॉक्स में संक्रमण के 21 दिन बाद लक्षण दिखाई देता है। ऐसे में अधिक संख्या में लोगों के संक्रमित होने का खतरा होता है। सीएमओ ने कहा कि आगरा में देश से नहीं विदेशों से भी ताजमहल के दीदार के लिए लोग पहुंचते हैं। इस कारण आगरा में निगरानी करना बहुत आवश्यक है।
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कोविड-19 के दौरान भी आगरा विदेश यात्रा से लौटे व्यापारियों से महामारी फैली थी। अब एक बार फिर मंकीपॉक्स के कारण स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। सीएमओ ने कहा कि मंकी पॉक्स बीमारी से घबराना नहीं चाहिए। क्योंकि यह 2 से 4 सप्ताह में अपने आप ठीक हो जाता है। कोविड की तरह यह जानलेवा या खतरनाक नहीं है। इसकी रोकथाम 100 प्रतिशत इफेक्टिव है। मंकीपॉक्स को लेकर शहर से लेकर देहात तक स्वास्थ्य विभाग की सभी टीमों को सतर्क कर दिया गया है। देहात क्षेत्र में सीएचसी और पीएचसी के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है।