एम्स सहित नौ अस्पताल मिलकर करेंगे तीन वैक्सीन को मिलाकर अध्ययन
तीन वैक्सीन को मिलाकर पहली बार चिकित्सीय अध्ययन शुरू की कवायद तेज हो गयी है। जिसको लेकर हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी की ओर से अध्ययन शुरू करने के लिए अनुमति भी मांगी है।
तीनों वैक्सीनों को लेकर होगा परीक्षण
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि, कंपनी ने कोवाक्सिन, कोविशील्ड और नाक से दी जाने वाली नैसल वैक्सीन का एक साथ परीक्षण करने की योजना बनाई है। तीन अलग अलग समूह पर होने वाले इस अध्ययन में एक ही व्यक्ति को पहले कोवाक्सिन और बाद में कोविशील्ड की एक-एक खुराक दी जाएगी।
आईसीएमआर और भारत बायोटेक कंपनी मिलकर करेगी काम
कोवाक्सिन को नैसल तकनीक में सुई लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। हाल ही में आईसीएमआर के साथ मिलकर भारत बायोटेक कंपनी ने नैसल वैक्सीन को तैयार किया है। बता दें कि, डीसीजीआई की विशेषज्ञ कार्य समिति की ओर से इस अध्ययन को इजाजत मिल सकती है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने अपने आवेदन में 800 से भी अधिक लोगों पर परीक्षण करने की जानकारी साझा की है।
9 अस्पतालों में एम्स को मिलेगी जगह
तीन अलग अलग समूह में होने वाला यह अध्ययन देश के 9 अस्पतालों में किया जा सकता है। जिसमें दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भी शामिल है। तीन में से एक समूह को नैसल वैक्सीन दी जाएगी। दूसरे समूह में जो लोग कोवाक्सिन की दोनों खुराकें ले चुके हैं। उनको बूस्टर खुराक दी जाएगी। तीसरे समूह में कोविशील्ड की दोनों खुराक ले चुके लोगों को कोवाक्सिन दी जाएगी। इन तीनों समूह के परिणामों का अध्ययन करने के बाद अंतिम परीक्षण दो अन्य समूह पर होगा। जिसके बाद मिश्रित खुराक के असर के बारे में जानकारी मिल सकेगी।