जानिए नीम के तेल के अचूक फायदे, इंफेक्शन के साथ इन बीमारियों से दिलाएगा छुटकारा
नीम एक औषधीय पौधा है जो चिकित्सीय लाभ की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। नीम के तेल के उपचार के लाभों की व्यापक रूप से प्राचीन चिकित्सा प्रणाली, यानी आयुर्वेद में चर्चा की गई है। इस पौधे के विभिन्न भागों, जैसे बीज, पत्ती, छाल, फल, तना आदि का उपयोग कई आयुर्वेदिक योगों को तैयार करने के लिए किया जाता है।
नीम का तेल, पेड़ के बीज और फलों से तैयार किया जाता है। इसका दुनिया भर में पारंपरिक उपचार के रूप में उपयोग का एक व्यापक इतिहास है। यह तेल चमत्कारी एंटी-फंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट लाभ प्रदर्शित करता है।
संक्रमण को ठीक करता है
यह तेल उल्लेखनीय एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-सेप्टिक और एंटी-फंगल गुणों को दर्शाता है। ये गुण इसे त्वचा की बीमारियों के इलाज के लिए उत्कृष्ट बनाते हैं जिनमें चकत्ते और संक्रमण शामिल हैं। भारतीय बकाइन तेल एक शक्तिशाली कीट और मच्छर भगाने वाला है। इस तेल का सामयिक अनुप्रयोग सभी प्रकार के कृमियों का प्रभावी ढंग से उपचार कर सकता है।
जूँ और रूसी को खत्म करता है
नीम का तेल जूँ और रूसी को ठीक करने का एक लोकप्रिय उपाय है। इसके एंटी-फंगल गुण त्वचा और बालों के विकारों के लिए अद्भुत काम करते हैं। यदि आप लगातार रूसी से पीड़ित हैं, तो गुनगुने नारियल तेल में भारतीय बकाइन तेल की कुछ बूंदें मिलाएं। इस तेल से सिर की मालिश करें। यह डैंड्रफ के प्रभावी उन्मूलन में सहायक है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन और यूरिनरी डिसऑर्डर का इलाज करता है
भारतीय बकाइन का तेल मूत्र संक्रमण, आंतों के कीड़े और मूत्र विकारों को ठीक करने के लिए एक प्रभावी उपाय है। अध्ययनों से साबित हुआ है कि नीम के तेल के एंटी-बैक्टीरियल गुण वास्तव में मूत्र पथ के संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाता है
नीम के तेल को इम्युनिटी बूस्टर के रूप में जाना जाता है। इस तेल की कुछ बूंदों को अदरक, तुलसी के पत्तों, कुटी काली मिर्च से बने हर्बल काढ़े में मिलाएं। खांसी और जुकाम से तुरंत राहत पाने के लिए इस स्वास्थ्य टॉनिक को दिन में दो से तीन बार पिएं।
सूजन वाली त्वचा का इलाज करता है
नीम का तेल एक शक्तिशाली विरोधी भड़काऊ घटक है। यह सूजन के कारण होने वाली त्वचा की समस्याओं के उपचार में सहायक है। यह लालिमा, सूजन और खुजली को खत्म करने में मदद कर सकता है। इन असहज लक्षणों को दूर करने के लिए इस तेल की कुछ बूंदों को अपने फेस पैक में मिलाएं। भारतीय बकाइन का तेल पुराने त्वचा विकारों जैसे एक्जिमा, सोरायसिस आदि के इलाज में भी सहायक है।