
दिल्ली पुलिस ने नवजातों की तस्करी करने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, 6 महिलाओं की हुई गिरफ्तारी
दिल्ली। दिल्ली अपराध शाखा ने मानव तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 6 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 2 नवजात भी बरामद किए हैं। यह गैंग बच्चों को बेचने का काम करता था। जानकारी के मुताबिक, ये गैंग गरीब और मजबूर माता-पिता को लालच देकर उनके बच्चों को खरीदकर दो से तीन लाख रुपये में जरूरतमंदों को बच्चे बेच देता था। अब तक आरोपी 50 से ज्यादा बच्चों को बेच चुके हैं। बच्चे खरीदने वाले 10 लोगों की पहचान हो गई है। गिरोह का सरगना फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
आरोपी महिलाएं गिरफ्तार, नवजात बरामद…
दरअसल बीती 17 दिसंबर को अपराध शाखा की टीम को सूचना मिली थी कि, नवजात बच्चों की तस्करी करने वाला एक गैंग गांधी नगर पुश्ता रोड, श्मशान घाट के पास आने वाला है। इसके बाद टीम ने करीब 3.30 बजे वहां से प्रिया जैन, प्रिया और काजल को पकड़ लिया। इनके पास से 7-8 दिन का नवजात शिशु मिला है। पूछताछ में पता चला कि, तीनों महिलाएं नवजात को बेचने के लिए गांधी नगर पहुंची थीं। इस बच्चे का इंतजाम गैंग सरगना प्रियंका ने किया था। तीनों एक दलाल के जरिये बच्चे का सौदा करने वाली थीं। इन महिलाओं ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। इन लोगों ने बताया कि प्रियंका और काजल इनकी गैंग लीडर है। जो कि फरार है।
ऐसे शुरु की तस्करी…
पुलिस पूछताछ में आरोपी महिलाओं ने बताया कि, आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। कुछ समय पहले उन्हें पता चला था कि आईवीएफ सेंटर पर गर्भ धारण के लिए अंडे बेचे जाते थे। जिन महिलाओं को सामान्य तरीके बच्चे नहीं होते हैं। उन्हें आईवीएफ की मदद से प्रजनन कराया जाता है। ऐसी कुछ जरूरतमंद महिलाओं को यह महिलाएं अपने अंडे बेचती हैं।
गरीब गर्भवती महिलाओं को बनाती थीं शिकार…
काजल व प्रियंका गरीब बस्तियों में गर्भवती महिलाओं की तलाश करती थीं। फिर महिलाओं और उनके पति को बरगलाकर बच्चा बेचने के लिए तैयार करती थीं। और एक से डेढ़ लाख का लालच देकर बच्चा खरीद लेते थे। जिसके बाद दलाल के जरिए नवजात को दो से तीन लाख रुपये में बेच देते थे।