
T 20 worldcup : जानें वर्ल्ड कप के दौरान बायो-बबल नियम के बारे मे …
विशेषज्ञों की सलाह है जो फार्मूला यूरो 2020 और टोक्यो ओलंपिक से जुड़े थे
नई दिल्ली : 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं टी20 वर्ल्ड कप के सभी मुकाबले इस बार यूएई और ओमान में खेले जाएंगे। कोरोनावायरस ते हैं आईसीसी किसी तरह का जोखिम मोल लेना नहीं चाहता इसीलिए अलग-अलग देश में विन्यू होने के कारण सभी मुकाबलों को यूएई और ओमान में शिफ्ट कर दिए गए जिसके लिए आईसीसी ने सख्त बायो बबल तैयार किया है। t20 वर्ल्ड कप मुकाबलों के दौरान बायो बबल बनाने के दौरान उन विशेषज्ञों की सलाह है जो फार्मूला यूरो 2020 और टोक्यो ओलंपिक से जुड़े थे।
आईसीसी के बायोसेफ्टी के हेड एलेक्स मार्शल ने बताया कि कि हम लोग आयोजन के दौरान किसी भी तरह की कमी छोड़ना नहीं चाहते इसलिए टोक्यो ओलंपिक, यूरो 2020 और फार्मूला वन के लिए जेड सुरक्षा को देखरेख करने वाले 1 वोटों से बात करके बायो बबल तैयार किया है। यहां आई पी एल 2021 के दूसरे सीजन के आधे मुकाबले खेले जा चुके हैं इससे पहले कई सीरीज भी हुई हैं जिससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है जिससे हमें ट्वेंटी-20 विश्व कप के बायो बबल तैयार करने में मदद मिली।
खिलाड़ी कैसे और टीम बायो बबल में करेगी एंट्री
2020 विश्व कप में हिस्सा लेने आई सभी टीमों को 6 दिन आइसोलेशन में रहना होगा इस दौरान टीम के सभी खिलाड़ियों और सदस्यों का तीन बार करो ना टेस्ट होगा । जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि खिलाड़ी और टीम के सभी सदस्य रोना मुक्त हैं जिससे उसे अगले चरण में प्रवेश करने में मदद मिल सके और कोई दूसरा खिलाड़ी या व्यक्ति संक्रमित ना हो।
बायो- बबल में संक्रमित हुए व्यक्ति
आईसीसी के बायो बबल के मुताबिक यदि कोई भी खिलाड़ी या व्यक्ति क्रोना वायरस से संक्रमित होता है फिर चाहे उसमें लक्षण ना भी नजर आ रहे हैं उसे 10 दिन के लिए खुद को आइसोलेट करना होगा।