
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास पहुंचा विपक्षी सांसदों का दल, जानें क्या है पूरा मामला
किसान व पेगासस मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रही है विपक्षी दल के कारण अब तक कुछ ही घंटों का काम दोनों सदनों में हो सका है। आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से इसके लिए हरसिमरत कौर ने मिलकर अपील की है।
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही पेगासस जासूसी प्रकरण और कृषि कानूनों पर हो रहे हंगामे के कारण कई बार स्थगित हो चूका है। इसी के चलते शनिवार को शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल की अगुवाई में बहुजन समाज पार्टी, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी और जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसपर चर्चा के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की और इस पूरे मामले में हस्तक्षेप की अपील की है।
प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से अपील की है कि वो केंद्र को निर्देश दें ताकि संसद में विपक्ष पेगासस व कृषि कानूनों पर चर्चा कर सके। हरसिमरत कौर बादल ने कहा, ‘दो सप्ताह से विपक्ष की ओर से केंद्र सरकार के पास दो मांगें रखी जा रहीं हैं जिनपर बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के नेतृत्व में विपक्ष के नेताओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि विपक्ष पेगासस जासूसी प्रकरण, कृषि कानून से संबंधित मुद्दों पर चर्चा चाहती है लेकिन केंद्र इसमें बाधा डाल रही है।
राष्ट्रपति कोविंद से मामले में हस्तक्षेप की मांग करतेे हुए विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल ने एक ज्ञापन सौंपा। इसपर शिरोमणि अकाली दल, भाकपा, माकपा, एनसीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, बसपा और आरएलपी के नेताओं ने हस्ताक्षर किए। बता दें कि इस विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, और डीएमके का कोई नेता शामिल नहीं हुआ। और न ही इन पार्टियों के नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल की मांगों को अपना समर्थन दिया।
हरसिमरत कौर बादल ने बताया कि संसद के बाहर लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है। उन्होंने किसानों के मुद्दे को उठाते हुए कहा,’आप इससे अवगत होंगे कि पिछले साल से किसानों के साथ क्या हो रहा है और अब निर्वाचित प्रतिनिधियों की आवाज को भी कुचला जा रहा है। हम आपसे केंद्र पर दबाव बनाने की अपील करते हैं।’
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