
सिद्धू और अमरिंदर ने आपसी लड़ाई का नाटक कर राज्य को किया गुमराह: डॉ दलजीत सिंह चीमा
पंजाब कांग्रेस के नए प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच चल रहा झगड़ा अभी शांत ही हुआ था कि शिरोमणि अकाली दल के एक बयान ने इसको नया रुख दे दिया।
शिरोमणि अकाली दल ने नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर आरोप लगते हुए कहा कि इन दोनों के बीच चल रहा झगड़ा एक दिखावा था। जो राज्य सरकार की विफलताओं की ओर से लोगों का ध्यान भटकाकर पार्टी के डूबते जहाज़ को बचाने के लिए किया गया है।
‘सिद्धू और अमरिंदर ने मिलकर दिया राज्य के लोगों को धोखा’
गौरतलब है कि, बीते कुछ दिनों पहले सिद्धू ने बेअदबी के मामलों को लेकर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा था, जिसके बाद से मुख्यमंत्री और सिद्धू के बीच मतभेद पैदा हो गया था। यह मतभेद काफ़ी दिनों तक चला। जिसके बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर ने सिद्धू को पार्टी प्रमुख बनाए जाने का भी विरोध किया था और उनसे मुलकात करने की बात से साफ़ इंकार कर दिया था।
हालांकि, मुख्यमंत्री शुक्रवार को सिद्धू के कार्यभार संभालने के लिए आयोजित समारोह में शामिल हुए, जब अमृतसर के विधायक ने उनसे मतभेदों को भुलाकर साथ आने का अनुरोध किया। इस पर कटाक्ष करते हुए राज्य के पूर्व मंत्री और अकाली दल के नेता डॉ दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सिद्धू और अमरिंदर सिंह ने मिलकर राज्य को ‘धोखा’ दिया है।
चीमा ने कहा, ‘अब यह स्पष्ट होता जा रहा है कि सिद्धू और मुख्यमंत्री के बीच झगड़ा लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया गया नाटक था।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को बदलकर ‘पार्टी के डूबते जहाज‘ को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
चीमा ने कांग्रेस में अंदरूनी कलह का ज़िक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘इसे ध्यान में रखते हुए दो महीने का लंबा नाटक भी खेला गया।’ बता दें कि सिद्धू ने शुक्रवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाल लिया।