
मुफ्त टीके के लिए कांग्रेस ने उठाई आवाज, राहुल बोले यह लीडरशिप दिखाने का वक्त
देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में वैक्सीन को लेकर बड़ी किल्लत देखने को मिल रही है हालांकि भारत के अंदर वैक्सीनेशन का प्रोसेस काफी धीमे भी चलते हुए दिख रहा है, जिसको लेकर केंद्र सरकार पर विपक्ष हमलावर है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस ने अब केंद्र सरकार की टीकाकरण नीति पर फिर से सवाल उठाते हुए देश के सभी नागरिकों को मुफ्त टीका लगाए जाने की मांग की है कांग्रेस पार्टी ने पहली बार यह मांग नहीं की है इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार से यह मांग कर चुकी है।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि कोरोना महामारी काल में लोगों को बड़ी आर्थिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ा है जिससे काफी क्षति पहुंची है और ऐसे में केंद्र सरकार को आपदा में अफसर के स्वार्थ को छोड़कर मुफ्त टीकाकरण करना चाहिए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को राज्यों के ऊपर टीकाकरण का बोझ लादने के बजाय केंद्र को इसका पूरा खर्चा उठाना चाहिए।
टीकाकरण अभियान में समस्याओं के चलते कई राज्यों ने ग्लोबल टेंडर पास किया है, जिसमें काफी बड़ा बजट तय किया गया है. जिससे विदेशी वैक्सीन को खरीदकर राज्यों के अंदर खुद लगवाया जा रहा है इसमें राजस्थान, दिल्ली मुख्य राज्य हैं, जिन्होंने सबसे पहले ग्लोबल टेंडर को पास किया था। वहीं राजधानी दिल्ली को अब रूस की बनाई हुई कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी मिलने भी वाली है । केंद्र सरकार को हाईकोर्ट द्वारा भी नोटिस दिया गया है साथ ही वैक्सीन की कमी को दूर करने के लिए कहा गया है । हाल ही में दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा कि भारत के अंदर वैक्सीन उत्पादन और वैक्सीन को लोगों तक पहुंचाने के लिए पूरा स्कोप मौजूद है, विदेशी कंपनियों को इसका फायदा नहीं मिलना चाहिए।
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राहुल गांधी बोले …..
वहीं कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कहा कि यह लीडरशिप दिखाने का वक्त है और वैक्सीन का इंतजाम कर सभी को मुफ्त लगाने का प्रबंध कर वह ऐसा कर सकते हैं. बता दें कि सोशल मीडिया पर राहुल गांधी बीते दिनों से काफी ज्यादा एक्टिव देख रहे हैं और सरकार पर कटाक्ष भी करते नजर आ जाते हैं हाल ही में राहुल गांधी ने कोविड को मोविद बताया था जिसके बाद काफी राजनीतिक माहौल गर्म हो गया था। अब राहुल गांधी ने इंटरनेट मीडिया पर कांग्रेस के अभियान की अगुवाई करते हुए कहा कि इस बारे में उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री को लिखा था जिसमें कहा गया है कि अगर भारत की वैक्सीन रणनीति नहीं बनाई गई तो लोग एक बार नहीं अनेक बार मरेंगे।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कोरोना की लहर बार-बार आती रहेगी क्योंकि कोरोना वायरस स्वरूप बदलता रहता है अपने नागरिकों को वैक्सीन देने के बजाय वैक्सीन कूटनीति के तहत विदेश भेजने को सही ठहराया जाने के मामले में विदेश मंत्री के रुख की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज की स्थिति में हमारी आबादी केवल 3 फीसद को टीका लगाया जा चुका है। वही 97 फीसद लोगों के लिए कोरोना संक्रमण का दरवाजा खुला है। ऐसे में जरूरी है कि सरकार जहां से भी संभव हो वैक्सीन हासिल करे, अधिकतम लोगों का टीकाकरण करे और बहाने बनाने बंद करे।
चिदंबरम ने उठाए सवाल
जहां कांग्रेस पार्टी के अलग-अलग नेता केंद्र सरकार पर प्रहार करती नजर आ रही है उसी के बीच पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी सरकार को गिरते हुए कहा कि कुछ राज्यों में वैक्सीन नहीं है कुछ राज्यों के पास पैसे नहीं है जब जीएसटी के रकम होने नहीं मिली तो यह राज अपने लोगों को टीका कैसे लगाएंगे। वहीं कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि देश में प्रतिदिन औसतन लाख लोगों को वैक्सीन लग पा रही है केंद्र सरकार की बुलबुल नीतीश ने वैक्सीन वितरण को अधर में लाकर छोड़ दिया है सभी नागरिकों को आशा थी कि सबसे पहले मुफ्त वैक्सीन की नीति बनेगी लेकिन केंद्र की नीति के चलते वैक्सीन केंद्रों पर ताले लग गए हैं एक देश में वैक्सीन के तीन दाम है और केवल 3 फीसद आबादी का ही अभी संपूर्ण टीकाकरण किया गया है वैक्सीन नीति दिशाहीन ही नहीं, बल्कि केंद्र ने इसका भार भी राज्यों पर डाल दिया है।
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राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि टीकाकरण की मौजूदा गति से पूरी आबादी के टीकाकरण में कई साल लगेंगे और इसलिए हम इसकी गति बढ़ाए जाने की मांग करते हैं। पार्टी के असंतुष्ट नेताओं की अगुआई करने वाले वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक वैक्सीन ही है जो पूरी दुनिया और भारत को कोरोना से बचा सकती है। इसलिए देशवासियों को यह मुफ्त में दी जानी चाहिए।