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केंद्र की जारी गई रिपोर्ट में दिल्ली की केजरीवाल सरकार है दोषी, जानिए क्या है मामला
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में राजधानी दिल्ली के अंदर सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की कमी देखने को मिली किसका बड़ा कारण यह था कि दिल्ली राज्य में कोई भी ऑक्सीजन का प्लांट नहीं था दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन बाहर से मंगवानी पढ़ रही थी वही इस पूरे मामले पर दिल्ली हाई कोर्ट ने भी अपने सुनवाई के दौरान कई अहम निर्देश दिए.
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आपको इस बात की जानकारी हो की ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर राज और दिल्ली सरकार के बीच में काफी तकरार भी देखने को मिली दिल्ली सरकार ने लगातार केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र की ओर से पूरी सप्लाई नहीं की जा रही है वहीं सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश पर दिल्ली को 700 मेट्रिक ऑक्सीजन दी गई.
लेकिन अब दिल्ली के अंदर ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार राजधानी दिल्ली में हुई ऑक्सीजन संकट की मुख्य वजह दिल्ली सरकार की गलतियां थी. पेट्रोलियम मंत्रालय के तहत PESO की एक रिपोर्ट में ऑक्सीजन संकट को लेकर जानकारी दी गई है. रिपोर्ट में पांच दिनों के पूरे सर्किल के बारे में बताया गया है, जिसमें दिल्ली के 64 अस्पतालों का रिव्यू किया गया है.
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रिपोर्ट से मिली जानकारी की मानें तो दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने भले ही 700 मेट्रिक ऑक्सीजन की डिमांड की हो लेकिन 10 दिन तक दिल्ली को 5 2 9.5 एमटी की सप्लाई हर रोज दी जा रही थी इस रिपोर्ट में दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों का डाटा शामिल है, जिसमें सुबह और शाम के हिसाब से अस्पतालों के स्टोरेज में ऑक्सीजन की क्षमता को बताया गया है.