क्या है घर तक फाइबर योजना? क्या हैं योजना के लाभ?
आजकल के जमाने में हर घर में मोबाइल फोन होना आम बात है। आजकल गरीब से गरीब इंसान के लिए भी मोबाइल फोन और इंटरनेट प्रथम आवश्यकतायें बन गई है। इंटरनेट सेवा की मदद से और मोबाइल फोन के आगमन से पूरी दुनिया में एक बहुत बड़ा बदलाव आया है। इसकी मदद से लोगों को कई सेवाएं प्राप्त हो जाती हैं। आजकल हर चीज डिजिटल प्लेटफार्म पर आती जा रही है। इसी वजह से हर किसी के पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध होना भी एक बहुत ही आवश्यक चीज हो गई है।
इन सुविधाओं की इतनी आवश्यक होने के बावजूद भी भारत देश में अभी भी कई ऐसे लोग हैं जिनके पास मोबाइल फोन या फिर इंटरनेट की सेवा उपलब्ध नहीं है। कई फोन है अभी तो भी अच्छे इंटरनेट की सेवा उपलब्ध ना होने की वजह से उनका कोई काम नहीं है। भारत के कई गांव में अभी भी लोग इन सेवाओं से वंचित है। भारत देश के हर नागरिक को इन्हीं सेवाओं का फायदा दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और नई योजना की शुरुआत की है। इस योजना का नाम घर तक फाइबर योजना (Ghar Tak Fiber Yojana) रखा गया है। आज हम आपको केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इसी योजना के बारे में बताने जा रहे हैं।
क्या है घर तक फाइबर योजना?
पूरी दुनिया में इंटरनेट सेवाएं अब हर किसी के लिए आवश्यक हो गई है। अ से लेकर ज्ञ तक छोटी से छोटी चीज और बड़ी से बड़ी चीज भी हमारे फोन पर ही उपलब्ध हो जाती है। आजकल के जमाने में हमारा मोबाइल फोन और इंटरनेट की सेवा इतनी ज्यादा आवश्यक हो गए हैं कि अब कई कामों के लिए इनकी जरूरत पड़ती है। भारत देश के कई गांव में अभी भी या तो इंटरनेट सेवा उपलब्ध ही नहीं है या फिर अच्छी सेवा नहीं है। इसकी वजह से लोग सरकार द्वारा शुरू की गई कई योजनाओं और साथ ही साथ पूरी दुनिया में हो रही हलचल के बारे में जानकारी से वंचित रह जाते हैं।
यही वजह है कि भारत देश के हर एक नागरिक को मोबाइल और इंटरनेट की सेवा से जोड़ने के लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घर तक फाइबर योजना (Ghar Tak Fiber Yojana) की शुरुआत की। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2020 में की थी। इसकी शुरुआत बिहार राज्य से की गई थी। यह इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत संचालित होती है।
इस योजना के अंतर्गत भारत के छोटे हुए गांव में बसे हुए लोगों को भी तेज इंटरनेट स्पीड और मोबाइल ब्रॉडबैंड की सुविधा प्राप्त होगी।इस प्रोजेक्ट में गाँव के लोगों को भी ऑप्टिकल फाइबर द्वारा तेज और अच्छा इंटरनेट मिलेगा।इसके लिए भारत सरकार की मदद सीएससी करेगा।
क्या है योजना की आवश्यकता?
आजकल के जमाने में इंटरनेट की जरूरत के बारे में हर कोई अच्छे से जानता है। देश में कोरोना वायरस फैलने के बाद कई लोगों को योजनाओं से वंचित रहना पड़ा क्योंकि वह इंटरनेट से जुड़ नहीं पाए। महामारी के दौरान कई ऐसे स्कूल और कॉलेज भी थे जहां पर ऑनलाइन टीचिंग का प्रोग्राम शुरू किया गया। दुर्भाग्यवश अच्छी इंटरनेट सेवा उपलब्ध होने की वजह से कई बच्चे ऑनलाइन कक्षाओं से वंचित रह गए। अभी भारत देश में 62 करोड़ 40 लाख लोग इंटरनेट सेवा प्राप्त कर पाए हैं। इसका मतलब यह है कि अभी भी जनसंख्या का एक बहुत बड़ा हिस्सा है जो कि इंटरनेट सेवाओं से वंचित है।
गाँव के विकास और देश के डिजिटल इंडिया मिशन को और आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा बिहार राज्य से घर तक फाइबर योजना (Ghar Tak Fiber Yojana) की शुरुवात की गई है क्योंकि यहां ही सबसे ज्यादा वंचित हैं।
क्या होंगे योजना के अंतर्गत कार्य?
इस योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि वे हर गाँव को इन्टरनेट से जोड़ सकें। लेकिन यह कार्य सीएससी सेंटर की सहायता से किया जाएगा। इसका मतलब इस बड़े कार्य को अंजाम देने के लिए भारत सरकार ने इसके लिए सीएससी सेण्टर को चुना है जो गाँव-गाँव में फाइबर केबल जोड़कर ब्रॉडबैंड इन्टरनेट कनेक्टिविटी देगा।
सीएससी का मतलब कॉमन सर्विस सेंटर होता है। यह भी डिजिटल इंडिया अभियान के अंतर्गत ही आता है। इसमें एफटीटीएच कनेक्टिविटी ( जिसका मतलब है फाइबर टू द होम कनेक्टिविटी) को 45 हजार के उपर गाँव में, 8900 पंचायतो से जोड़ा जायेगा।सीएससी सेण्टर यहाँ किसी स्पेशल पर्पज व्हीकल की तरह ही भूमिका निभायेगें।
इसका मतलब यह है कि जहां जहां पर भारत के गांव में सीएससी सेंटर होगा वहां पर यह कार्य किया जाएगा।
क्या हैं योजना के लाभ?
जुलाब किसी मनुष्य को इंटरनेट सेवा उपलब्ध हो जाने से मिल जाते हैं इस योजना के अंतर्गत वह सभी लाभ लोगों तक पहुंच जाएंगे। इसका सीधा मतलब यह है कि इस योजना से लोगों को बहुत सारे लाभ होने वाले हैं:
1.जब गाँव-गाँव में इन्टरनेट सुविधा होगी तो गाँव का विकास होगा। गांव में लोग योजनाओं का फायदा उठाएंगे जिससे देश का विकास होगा। ऐसा इसलिए क्यूंकि भारत देश में अधिकतर जनता गाँव में रहती है।
2.इन्टरनेट ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध हो जाने से हर गाँव में ई-कॉमर्स, ई-शिक्षा, ई-फार्मेसी, कॉल सेंटर, ऑनलाइन बैंकिंग, आदि जैसी सुविधाओं का गांव के लोग भी फायदा उठा पाएंगे।
- इस योजना के सफल होने के बाद इंटरनेट स्पीड काफी हाई होगी जिससे नेटवर्क कमजोर नहीं होगा। इसकी मदद से वीडियो या ऑनलाइन क्लास में बफरिग नहीं होगी।
4.किसान या छोटे उद्योगपति अपने सामान को ऑनलाइन भी बेच सकने में सक्षम हो पाएंगे और इसकी मदद से वह अपने सामान को देश के और दुनिया के हर कोने में बेच पाएंगे जिसकी मदद से उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।
- इसकी मदद से ही भारतीयों के लिए नए रोजगार के अवसर भी खुलने वाले हैं।
6.गाँव के लोगों को अब अपना घर छोड़कर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पहले गांव के लोग जॉब की तलाश में शहर की ओर भागते थे इसलिए अब उन्हे नहीं भागना पड़ेगा और वे अपने क्षेत्र में ही रहकर पैसा कमा सकेंगें।
- महामारी के दौरान इन्टरनेट सुविधा आने से शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा विकास होगा। जहां पहले लोगों को बेकार इंटरनेट की वजह से बफरिंग जैसी चीजों का सामना करना पड़ता था अब वे आराम से अपनी ऑनलाइन क्लास अटेंड कर पाएंगे।
- सबसे बड़ी बात यह है कि भारत की सरकार ग्रामीण लोगों के लिए जो जो योजनाएं बनाकर लाती थी अब योजना की जानकारी इन्टरनेट के माध्यम से जल्द इ जल्द उन्हें मिल सकेगी।
9.हाई स्पीड फाइबर इंटरनेट कनेक्शन लगवाने पर यूं तो करीब 5 हजार रुपये खर्च आता है लेकिन सीएससी द्वारा फ्री में ही इंटरनेट कनेक्शन दिया जाएगा।
- उपभोक्ता को प्लान का मासिक चार्ज देना होगा, जो 200 रुपये से शुरू होकर 700 रुपये तक का होगा। इसमें ही उसे इंटरनेट की स्पीड 4 एमबीपीएस की मिलेगी।
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इस योजना की मदद से भारत देश के लोगों को बहुत ज्यादा फायदा होने वाला है। यही वजह है कि इस योजना को और भी जोरों शोरों से लागू किया गया है।