
भारत में युवाओं पर कितना हावी है कोरोना वायरस संक्रमण ?
corona on youth : भारत के अंदर कोरोना वायरस संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा था हालांकि बीते कुछ दिनों में संक्रमण के मामलों में हल्की गिरावट देखने को मिली है भारत के अंदर आंकड़े 400000 से भी ज्यादा पहुंच रहे थे वहीं अब कुछ राहत से जल्द कोरोना वायरस संक्रमण की लहर को काबू में किए जाने के आसार लग रहे हैं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोरोनावायरस महामारी से देश में हाहाकार मचा हुआ था इससे कोई भी नहीं बचा है फिर चाहे वह बुजुर्ग हो युवा हो या फिर बच्चे।

लेकिन क्या आपको इस बात का अंदाजा है कि कोरोना वायरस का यह संक्रमण भारत के युवाओं पर किस हद तक हावी हुआ? अगर नहीं तो चलिए आज हम कुछ आंकड़ों के साथ इस मुद्दे पर बात करते हैं भारत के युवाओं पर कोरोना वायरस संक्रमण का कहर किस हद तक रहा और किस हद तक रहने की संभावनाएं हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर भारत के अंदर आने से पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस साल मार्च में दुनिया भर के युवाओं को कोरोना वायरस संक्रमण की लहर को लेकर पहले से ही चेतावनी दी थी अपने संदेश में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने युवाओं से कहा था कि यह मत सोचें कि कि आपको कुछ नहीं हो सकता है यह वायरस आपको हफ्ते तक अस्पताल में रख सकता है और अब इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च नेवी कुछ ताजी आंकड़े जारी किए हैं जिस पर इस बात का अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है कि भारत में युवाओं पर संक्रमण का क्या हाल रहा।
मिली जानकारी की मानें तो भारत में लगभग 34% संक्रमित लोग 30 साल से कम उम्र वाले हैं यह आंकड़ा अप्रैल के पहले हफ्ते में जारी किया गया था स्थिति थी उसकी तुलना में 6% अधिक है वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने कहा कि देश में युवाओं को कोरोना वायरस संक्रमण ऊंचा होने कुल आबादी में उनके ज्यादा अनुपात से सीधे जुड़ा है।
भारत में लगभग 34 प्रतिशत संक्रमित लोग 30 साल से कम उम्र के हैं. ये आंकड़ा अप्रैल के पहले हफ्ते संक्रमण की जो स्थिति थी उसकी तुलना में छह प्रतिशत अधिक है. विशेषज्ञों ने कहा कि देश के युवाओं में कोविड-19 संक्रमण ऊंचा होना, कुल आबादी में उनके ज्यादा अनुपात से सीधा जुड़ा है.
अब इस पूरे आंकड़ों में हैरान होने वाली बात यह है कि 60 साल और उससे ज्यादा के लोगों में 2 अप्रैल की तुलना में 20 अगस्त को कम केस देखने को मिली अधिकतम मामलों में 5% की गिरावट 60 से 70 साल के लोगों में देखने को मिली इसके बाद 71 से 80 साल के लोगों को 1% की गिरावट दर्ज की गई वही 80 साल से अधिक युवा वर्ग के बीच के लोगों में 2 अप्रैल की तुलना में मामूली कमी देखने को मिली।
क्या कहते हैं आईसीएमआर के आंकड़े ?
जिस वक्त पर आईसीएमआर द्वारा आंकड़े जारी किए गए थे उस वक्त देश के अंदर कोविड-19 से 28 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं. इनमें से लगभग 56 प्रतिशत 40 साल से नीचे की आयु के हैं. बाकी के 44 प्रतिशत 40 से अधिक आयु वर्ग के हैं. 2 अप्रैल को, कुल केसों की कम संख्या के बावजूद, 50 प्रतिशत केस 40 से नीचे के आयु वर्ग से थे.