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जानें एक गरीब परिवार का लड़का कैसे बना द ग्रेट खली  

द ग्रेट खली एक पेशेवर पहलवान हैं, जो आज पूरी दनिया भऱ में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं. ‘द ग्रेट खली’ को आपने WWE में विरोधी खिलाड़ी को धूल चटाते जरूर देखा होगा. वह डब्ल्यूडब्ल्यूई इतिहास में विश्व हैवीवेट चैम्पियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय हैं. आज हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जिसके बारे में इससे पहले शायद ही आपने कभी सुना होगा.

खली आज जिस मुकाम पर हैं, वहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है. 7 फीट एक इंच लंबे ग्रेटखली हॉलीवुड व बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके हैं. खली का जन्म एक किसान परिवार में हुआ. वह बचपन से लंबे-चौड़े थे, जो एक्रोमेगाली नामक बीमारी का नतीजा था. खली का बचपन काफी गरीबी में बिता, यहां तक कि उनके परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि वे उन्हें पढ़ा सकें. उन्हें घर का खर्च चलाने के लिए दूसरे भाइयों की तरह मेहनत मजदूरी करनी पड़ी।

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ऐसे बदली किस्मत

जब राणा शिमला में एक सुरक्षा गार्ड के रूप में नौकरी कर रहे थे, तो उसी दौरान पड़ोसी राज्य पंजाब के एक पुलिस अधिकारी की नज़र उन पर पड़ी. उन्होंने पंजाब पुलिस के कई कर्मचारियों को अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनने में मदद की थी. उन्हें 1993 में पंजाब पुलिस में शामिल कर लिया गया. इसके बाद खली ने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा और पुलिस फोर्स में रहते बॉडी बिल्डिंग शुरू कर दी. जल्द ही उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका में विशेष कुश्ती प्रशिक्षण के लिए चुना गया. शुरू में उन्होंने जापान और मैक्सिको में जाकर कुश्ती लड़ी. खली ‘बिग बॉस’ का हिस्सा भी रह चुके हैं, उन्हें घर में रहते हुए दर्शकों का खूब प्यार मिला. वे इस शो के रनरअप थे. खली रोज शाम को 20 उबले हुए अंडे, 10 ग्लास जूस और 10 लीटर दूध लेते हैं. 2 जनवरी 2006 को वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (WWE) द्वारा अनुबंध पर हस्ताक्षर करने वाले खली पहले भारतीय पेशेवर पहलवान बने.

जन्म August 27, 1972 को हुआ खली के पारिवारिक पृष्ठभूमी की बात करें तो खली के समेत कुल सात भाई बहन थे जिनमे से khali बचपन से अच्छे शरीर के साथ साथ सेहत भी शानदार थी और इसकी बदौलत ही वो परिवार में सबसे अलग दिखते थे | खली के पिता एक किसान थे जाहिर है किसान होने के नाते आमदनी केवल इतनी ही होती है कि वो बस अपने परिवार को पाल पाते |

चूँकि पिता किसान थे इसलिए परिवार में बच्चो के बड़े होने के साथ साथ आर्थिक हालत अनुकूल नहीं थे इसलिए khali यानि दलीप को भी अपने दूसरे भाइयों के साथ मजदूरी का काम करना पड़ता था और वैसे शरीर फिट और दूसरे लोगो से अधिक क्षमता के कारण खली के लिए यह कोई मुश्किल काम तो नहीं था लेकिन फिर भी मजदूरी मजदूरी ही है और इन्हें शिमला में भी बहुत दिन मजदूरी का काम करना पड़ा |

आज खली भले ही इंटरनेशनल स्तर पर ख्याति प्राप्त डब्ल्यूडब्ल्यूई स्टार हैं, लेकिन वे कभी ‘रोड परियोजना’ के लिए पत्थर तोड़ने का काम करते थे। खली के गांव धिराना की औरतें उन्हें भारी भरकम काम, जैसे जानवरों को उठाकर एक जगह से दूसरी जगह रखना, सामान उठवाना जैसे काम करवाती थीं। इसी दौरान खली पंजाब पुलिस में एएसआई (असिस्टेंट पुलिस सब इंस्पेक्टर) पद के लिए क्वालिफाइ किया।

खली का शरीर उनके साथ के उम्र के बच्चों से काफी अधिक बड़ा था. तथा उन्हें अपने पैर के साइज के जूते नहीं मिल पाते थे. और उन्हें जूते बनवाने के लिए अपने गांव से बाहर जाकर दूसरे मोची से बनवाने पड़ते थे. द ग्रेट खली बहुत अधिक ताकतवर थे. जिसके कारण गांव की महिलाएं किसी भी प्रकार का भारी भरकम काम खली से ही करवाया करती थी. और वह सब का काम किया करता था. द ग्रेट खली बड़े होने के बाद शिमला में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की. और जब शिमला पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे.

उसी वक्त पंजाब पुलिस के एक बड़े अफसर की नजर खली की ओर पड़ी. जिनका नाम एसएस भुल्लर था. और उन्होंने उसे पुलिस में नौकरी करने का ऑफर दिया और khali जब पंजाब आए तो उनका पूरा खर्च भुल्लर साहब ने उठाया. जब khali पंजाब पुलिस में नौकरी कर रहे थे. तब उनके एक दोस्त बने. जिनका नाम अमित स्वामी था. और उनसे दोस्ती करने के बाद उसकी किस्मत ही बदल गई. फिर वह दोनों एक साथ दिल्ली एयरपोर्ट गए.

जहां उनके मनपसंद पहलवान डोरियन येट्स से उनकी मुलाकात हुई. और डूरियन येट्स ने जब खली का शरीर देखा. तो वह काफी प्रभावित हुए और उन्होंने खली को सुझाव दिया. कि वह रेसलिंग में अपना किस्मत आजमाएं. और उसके बाद से ही खली रेसलिंग में अपनी किस्मत आजमाने लगा. और बहुत ही जल्दी खली जापान चले गए और उसके बाद तो उनकी किस्मत ही बदल गई.

2006 में वर्ल्ड रेसलिंग से जुड़े ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा ने साल 2006 में रेसलिंग की दुनिया डब्ल्यूडब्ल्यूई में कदम रखा था। 2 जनवरी 2006 को डब्ल्यूडब्ल्यूई में प्रवेश करने के बाद खली की पहली फाइट 7 अप्रैल 2006 को टीवी पर प्रसारित की गई थी। 7 फुट 3 इंच लंबे खली ने शुरुआती दौर में एक के बाद एक फाइट में अंडर टेकर सरीखे पहलवानों को पटखनी दी। 2008 में खली पूरी दुनिया में मशहूर हो गए। इंटरनेशनल लेवल पर नाम कमाने के बाद 2008 में ही खली पहली बार स्वदेश लौटे।

उस दौरान खली ने भारत में भी काफी सुर्खियां बटोरी थी। ग्रेट खली ने 7 अक्टूबर, 2000 में WWE (वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंट) में डेब्यू किया। इस दौरान वे न्यू जापान प्रो रेसलिंग चैम्पियनशिप का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान बने। अंडरटेकर के करियर का सबसे खतरनाक मैच 2006 में अंडरटेकर के साथ रहा। इस फाइट के लिए ग्रेट खली ने अंडरटेकर को चैलेंज कर पीटा था। 2007-08 में खली ने वर्ल्ड हैविवेट चैम्पियनशिप का खिताब जीता। इस दौरान उन्होंने शॉन माइकल सहित कई पहलवानों को हराया।

विरोधियों से उसके साथ एक बहुत ही अजीब घटना हुई जो उसके शक्तिशाली शक्ति के कारण ‘उनके प्रतिद्वंद्वियों की कोई कुशलता या तकनीक नहीं थी, जहां उन्हें पकड़ने में सक्षम थे, उन्होंने अपने साथी छात्रों की पूरी सेना को लगभग नंगे हाथ से तबाह कर दिया और यहां तक कि स्वामी भी थे। अपने गुणों के साथ चकित ‘ 1996 के साल में उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में ऑल प्रो रेसलिंग के क्षेत्र में प्रवेश किया. जहां उन्होंने ऑल प्रो रेसलिंग में कई महान पहलवानों को घायल किया और पराजित किया। अपने पहले मैच के लिए उन्होंने टोनी जोन्स के साथ वेस्ट साइड प्लेज़ा में साथ मिलकर काम किया।

ग्रेट खली ने “बोलो” के रूप में अपनी भूमिका के लिए 2012 में फ्रांसीसी फिल्म सुर ला पिस्टे डु मार्सुपिल्मा में काम किया था।
• अन्य प्रसिद्ध पहलवानों के विपरीत, खली बहुत धार्मिक है। तो, वह मांस, शराब, ड्रग्स, कैफीन, तंबाकू का उपभोग नहीं करता।
• नाम “द ग्रेट खली” हिंदू देवी काली से ली गई है जो शाश्वत ऊर्जा से जुड़ा हुआ है।
• खली ने 7 अक्टूबर, 2000 नाम विशाल सिंह के तहत पेशेवर कुश्ती में अपना पहला प्रदर्शन किया।
• उनके माता-पिता यानी दलिप सिंह (या खली) के विपरीत सामान्य आकार के हैं। लेकिन, खली के दादा 6 फुट 6 इंच लंबे थे।
• खली के 6 भाई हैं। उनके पिता का नाम ज्वाला राम है और मां का नाम तांदी देवी है।
• 7 अप्रैल, 2006 को अंडरटेकर को पिटाई करके उन्होंने स्मैकडाउन में शुरुआत की
• खली ने 1 99 7 और 1 99 1 में बॉडीबिल्डिंग Mr. India खिताब जीता था।
• पेशेवर कुश्ती में प्रवेश करने से पहले, दलीप सिंह पंजाब राज्य पुलिस में पुलिस अधिकारी थे।
• 2012 तक, उन्होंने 4 हॉलीवुड फिल्मों, 2 बॉलीवुड फिल्मों और 1 फ्रांसीसी फिल्म में अभिनय किया है।
• 28 मई, 2001 को, ब्रायन ओन्ग की खली से एक फ्लैपजैक प्राप्त करने के बाद मृत्यु हो गई।
• 26 जुलाई, 2012 को, खली ने अपनी पिट्यूटरी ग्रंथि पर ट्यूमर के कारण मस्तिष्क की सर्जरी की

खली ने  नवंबर 2014 में रेस्लिंग की दुनिया से सन्यास ले लिया और आगे के लिए प्लान बनाया कि इंडिया में ही WWE के लिए Star Fighters की फौज तैयार करेंगे। इसके लिए उन्होंने इंडिया में कई ब्रांच भी खोले हैं। 

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कैसे पड़ा नाम खली ?

शुरुआत में जब वे रेस्लिंग की दुनियाँ में गए तो उन्हें कई लोगों ने Giant Singh कहा तो कईयों ने Dalip Singh। वे हिन्दू देवी माँ काली के परामभक्त हैं। इसलिए लोगों ने उन्हें भगवान शिव का नाम सुझाया। पर यह हिन्दू धर्म की आस्था से जुड़ी बात थी। इसलिए उन्होंने अपना नाम काली रख लिया पर अंग्रेजों ने उन्हें खली बुलाने लगे। ठीक वैसे ही जैसे मोदी को अमेरिका में मोड़ी पुकारा गया।

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