लखनऊ: केरल के एक पत्रकार सिद्दीकी कप्पन को गुरुवार को लखनऊ जेल से रिहा कर दिया गया। उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच से 23 दिसंबर को सिद्दीकी कप्पन को ईडी के मनी लॉड्रिंग केस में जमानत मिली थी। उन्हें 28 महीने बाद जेल से आज रिहाई मिली है। बाहर निकलते उन्होंने विक्टोरी साइन बनाते हुए परिजनों से मुलाकात की।
जेल से निकलने के बाद सिद्दीकी कप्पन ने कहा कि प्रेस क्लब ऑफ इंडिया दिल्ली में है। केरला यूनियन वर्किंग जर्नलिस्ट अगर सरकार के खिलाफ है या सरकार को पसंद नहीं है तो वह खालिस्तानी होगा। वह टेररिस्ट होगा। अभी छह सप्ताह तक दिल्ली में रहेंगे। इसके बाद केरल जाएंगे।
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एक-एक लाख की जमानतें और मुचलका राशि कराई गई जमा
बता दें कि पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ से सशर्त जमानत मंजूर की गई थी। इसके बाद ईडी के विशेष न्यायाधीश संजय शंकर पांडे ने कप्पन को एक-एक लाख रुपये की दो जमानतें एवं इसी धनराशि का मुचलका दाखिल करने पर जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था। इसके बाद कप्पन की ओर से बीते 9 जनवरी को जमानतें अदालत में दाखिल की गई थीं। फिर अदालत ने जमानतदारों की हैसियत का सत्यापन कराए जाने का आदेश दिया था।
बुधवार को जमानतदारों एवं उनके द्वारा दाखिल दस्तावेजों का सत्यापन होने के बाद सिद्दीकी कप्पन को रिहा करने का आदेश (रिहाई आदेश) जिला जेल भेज दिया था। चर्चित हाथरस कांड के दौरान गिरफ्तार किए गए कप्पन को हवाला से धन प्राप्त कर देश विरोधी कार्यों में प्रयोग करने सहित तमाम आरोपों को लेकर ईडी ने कार्रवाई की थी।