स्पोर्ट्स डेस्क: क्रिकेट का पहला नियम है कि मैच हारो लेकिन दिल जीतो, ये नियम फॉलो किया है, जिसकी वजह से टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की जमकर तारीफ हो रही। लोग उनकी खेल भावना से काफी प्रभावित हैं।
दरअसल, बीते दिन भारत ने श्रीलंका को तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में 67 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। वहीं गुवाहाटी में मैच के दौरान एक रोचक वाकया देखने को मिला।
सीएम योगी शिल्पग्राम में UP दिवस का करेंगे शुभारंभ, प्रदेश के हर जिले में होंगे कार्यक्रम
दरअसल, शनाका 98 रन पर नाबाद थे। शमी जब चौथी गेंद करने के लिए आगे बढ़े तो उन्हें शनाका को क्रीज से बाहर देख लिया। इसके बाद उन्होंने गेंद नहीं की और नॉन-स्ट्राइकर एंड पर शनाका को रनआउट कर दिया। रोहित शर्मा ने उन्हें रोकते हुए ‘मांकडिंग’ की इस अपील को वापस लिया। इसके बाद शनाका उनके पास गए और हाथ मिलाया।
मैदानी अंपायर ने तीसरे अंपायर से राय जानने के लिए जैसे ही संपर्क किया, रोहित ने उन्हें रोक दिया। भारतीय कप्तान ने अपील को वापस ले ली। इसके बाद शनाका ने अपवे वनडे करियर का दूसरा शतक पूरा किया। मैच के बाद जब रोहित शर्मा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”मुझे तो इस बात का भी अंदाजा नहीं था कि शमी ने ऐसा किया है। शनाका 98 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। हम उन्हें इस तरह आउट नहीं करना चाहते। उन्होंने शानदार पारी खेली।”