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गोरखपुर: लिटरेरी फेस्टिवल में बोले केरल के राज्यपाल, कहा- संवेदनशीलता ही साहित्य की जननी
मुख्य अतिथि केरल के महामहिम राज्यपाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बुनियादी तौर
गोरखपुर: दो दिवसीय गोरखपुर लिटरेरी फेस्टिवल की शुरुआत लोकतंत्र और साहित्य विषयक उद्घाटन सत्र से हुई। इस सत्र में मुख्य अतिथि केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य वक्ता साहित्यकार और लेखिका मृदुला गर्ग, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार सिंह मौजूद रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केरल के महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि हमारे यहां इस संसार की तुलना एक वृक्ष से की गई है। इस संसार में विश्व उत्पन्न होता है लेकिन इनमें दो अमृत से भरे हुए फल लगते हैं। उन दोनों फल में एक काम और दूसरा सत्पुरुष है। काम से हमें रस देता है और सत्पुरुष हमें मार्गदर्शन। और यह दोनों ही फल सार्वजनिक जीवन में होते हैं जिसकी व्यस्तता इतनी ज्यादा होती है किन को किताबें पढ़ने का समय नहीं मिल पाता है।
आपको बता दें कि मुख्य अतिथि केरल के महामहिम राज्यपाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बुनियादी तौर पर टिप्पणी आलोचना के बगैर लोकतंत्र नहीं चल सकता लेकिन लोकतंत्र में दुराव की भावना नहीं होनी चाहिए। हमारी बनाई हुई सरकार है और यह अधिकार हमारा है कि आने वाले समय में ऐसी सरकारों को बदलने जो हमारी भावनाओं पर खरी नहीं उतरती है।