
Punjab: लुधियाना के उद्यमियाें की चेतावनी, कहा- फैक्ट्रीयां बंद करने की आ रही नौबत
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PSPCL) ने सामान्य उद्योग (बड़ी आपूर्ति), रोलिंग मिल उपभोक्ताओं, एआरसी / इंडक्शन फर्नेस के लिए हफ्तें में दो छुट्टी में एक और दिन का इजाफा किया है।
पूरे सेंट्रल जोन में दो साप्ताहिक अवकाशों में एक दिन का इजाफा उद्योग के लिए बेहद खतरनाक है। ऐसे में उद्योगपति अपनी फैक्ट्रियों को ताला लगाकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को चाबियां सौंपने के लिए तैयार हैं, क्योंकि सरकार उद्योग को 24 घंटे बिजली नहीं दे पा रही है।
बता दें कि फिलहाल पंजाब पहले ही पिछड़ कर 19वें स्थान पर है, इसलिए ऐसा लगता है कि पंजाब सभी राज्यों में सबसे पीछे ही ना रह जाए।
फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रियल एवं कमर्शियल आर्गनाइजेशन (FECO) ने औद्योगिक बड़े उपभोक्ताओं पर लगाए गए बिजली नियामक उपायों में एक दिन के इजाफे का कड़ा विरोध किया और तुरंत रोलबैक की मांग की।
फीको प्रधान गुरमीत सिंह कुलार (Gurmeet Singh Kular) और महासचिव राजीव जैन (Rajiv Jain) ने बिजली नियामक उपायों का कड़ा विरोध किया और कहा कि उद्योग अभी तक कोरोना के कारण लागू हुए लॉकडाउन के नुकसान से उबर नहीं पाया है।
पंजाब सरकार को चाहिए कि वह उद्योगों की मांग को पूरा करने के लिए और बिजली की खरीद करे और ना के संचालन को रोक दे। यह उद्योग के लिए किसी दुर्घटना से कम नहीं बल्कि अधिक घातक है ।
ज्ञात हो कि पिछली सरकार ने 100% मांग को पूरा करने में सफल रही थी और धान के मौसम में भी राज्य को बिजली अधिशेष बना दिया। फीको ने सीएम से उद्योग के लिए 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।