3 ऐसे बड़े स्किन केयर मिथक, जिन पर भरोसा करना पड़ सकता है भारी
खूबसूरती की दुनिया कई तरह के मिथकों से भरी हुई है और बात जब स्किन केयर की आती है, तो ये मिथक और भी ज्यादा सुनने को मिलते हैं। हर व्यक्ति आइने के सामने खुद को खूबसूरत देखना चाहता है, जिसके लिए वो मार्केट में मिलने वाले महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स से लेकर यूट्यूब पर मिलने वाली ब्यूटी एडवाइज तक को आंख बंद करके फॉलो करने लगता है। लेकिन ऐसा करने आपकी स्किन अच्छी नहीं बल्कि उसे नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कुछ ऐसे कॉमन मिथ्स के बारे में जिन पर भरोसा करके आप पहुचा सकते हैं अपनी स्किन को नुकसान।
मिथक- ऑयली स्किन को मॉइश्चराइजर की जरूरत नहीं होती-
हकीकत -ऑयली स्किन को मॉइश्चराइजर की जरूरत नहीं होती, यह एक मिथक है। जबकि हकीकत में ऑयली स्किन भी डीहाइड्रेटेड हो सकती है। हो सकता है कि कई बार डीहाइड्रेशन को कम करने के लिए आपकी स्किन पर ऑयल आ जाता हो। डर्मेटोलॉजिस्ट मानते हैं कि नियमित रूप से मॉइश्चराइजर का उपयोग करने से आपकी स्किन कम ऑयली हो सकती है। क्योंकि यह ऑयल प्रोडक्शन को संतुलित करने में मदद करेगा।
मिथक- थकावट से होते हैं डार्क सर्कल
हकीकत- आपने अक्सर लोगों को एक दूसरे को यह कहते हुए सुना होगा कि आंखों के चारों ओर नजर आने वाले डार्क सर्कल थकावट की वजह से होते हैं। लेकिन यह भी एक स्किन केयर मिथक है। जबकि हकीकत यह है कि नींद की कमी निश्चित रूप से इस समस्या को बढ़ा सकती है, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि आपकी बॉडी में आयरन की कमी है या उसे पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है।
मिथक- महंगा प्रोडक्ट हमेशा बेहतर होता है-
हकीकत-महंगा प्रोडक्ट हमेशा बेहतर होता है, यह सोच भी पूरी तरह गलत है। जो चीज किसी प्रोडक्ट को दूसरे से बेहतर बनाती है, वो है इसकी कॉम्पोजीशन और फॉर्म्यूलेशन। हर त्वचा अलग-अलग इनग्रेडिएंट्स के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया करती है। ऐसे में व्यक्ति को अपनी त्वचा को देखते हुए ही प्रोडक्ट्स का चयन करना चाहिए।