I.N.D.I.A के 21 सांसदों ने मणिपुर राज्यपाल से की मुलाकात, बोले- PM की चुप्पी दिखाती है, वो गंभीर नहीं
विपक्षी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से कहा- हिंसा पर एक्शन जरूरी है
नई दिल्ली: विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के 21 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल दो दिन के मणिपुर दौरे पर है। रविवार को वे मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलने राजभवन पहुंचे। मुलाकात के बाद 21 सांसदों ने अपने हस्ताक्षर वाली एक चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने मांग की है कि गवर्नर सरकार से कहें कि मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर जरूरी कदम उठाए जाएं। विपक्षी सासंदों ने कहा, इस मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी दिखाती है कि वो गंभीर नहीं हैं।
I.N.D.I.A सांसदों की गवर्नर को चिट्ठी
हम I.N.D.I.A के सदस्यों ने चुराचांदपुर, इंफाल और मोइरांग के रिलीफ कैंप का दौरा किया है। हम वहां हिंसा पीड़ितों से मिले और उनके दुख, आपबीती, कहानियां सुनकर हैरान और दु:खी हैं। उनमें खुद को दूसरे समुदायों से अलग किए जाने का गुस्सा है। इस पर बिना देर किए एक्शन लेने की जरूरत है।
राज्य और केंद्र सरकार इन दो समुदाय के लोगों के जीवन और संपत्ति को सुरक्षा देने में नाकाम रही हैं। क्योंकि, अब तक 140 मौतें, 500 से अधिक कैजुअलिटी और 5000 से अधिक घरों में आग लगाने की घटनाएं हो चुकी हैं। 60 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित किए गए हैं।
पिछले कुछ दिनों में फायरिंग और आगजनी की घटनाओं से ये साबित हो गया है कि सरकारी मशीनरी तीन महीने से चल रही हिंसा को रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है। रिलीफ कैंपों में हालात बद्तर हैं। बच्चों को विशेष देखभाल की बेहद जरूरत है। सभी विषयों के स्टूडेंट्स भी भविष्य की अनिश्चितता से जूझ रहे हैं। जिसे देखना सरकार की सबसे पहली जिम्मेदारी है।
तीन महीने से इंटरनेट पर लगा बैन निराधार अफावाहों को बढ़ा रहा है। इससे अविश्वास और बढ़ा है। प्रधानमंत्री की चुप्पी ये दिखाती है कि वे मणिपुर हिंसा के लेकर उदासीन हैं। हम आपसे अपील करते हैं कि राज्य में शांति को दोबारा बहाल करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं ताकि न्याय की नींव बनी रहे। क्योंकि ये सबसे जरूरी है।
आपसे ये भी अनुरोध करते हैं कि सरकार को इस बात से अवगत कराएं कि राज्य में 89 दिनों से कानून व्यवस्था चरमराई हुई है और यहां शांति और जन-जीवन सामान्य करने के लिए उसका हस्तक्षेप करना जरूरी है।
I.N.D.I.A. के सांसद कल रिलीफ कैंप गए थे
विपक्षी सांसदों ने शनिवार को चुराचांदपुर के रिलीफ कैंप में हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने निर्वस्त्र घुमाई गई महिला की मां से भी मुलाकात की। इस दौरान मां ने विपक्षी सांसदों से अपने बेटे और पति के शव देखने की बात कही।
बता दें कि चार मई को भीड़ ने थोंगबुल जिले में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया था। एक लड़की के भाई और पिता की हत्या कर दी थी। 19 जुलाई को मामले की वीडियो वायरल हो गई थी, जिसके बाद मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले की जांच केंद्र सरकार ने CBI को सौंपी है।