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वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी रह सकती है 0 फीसदी लेकिन 2021-22 में आयेगा असाधारण उछाल: मूडीज ने जताया अनुमान
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने शुक्रवार को अपने अनुमान में यह बताया की वित्त वर्ष 2021 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 0 पर ठहर सकती है। हालाँकि वित्त वर्ष 2022 में जीडीपी ग्रोथ 6.6 फीसदी तक रह सकती है।
ये तो जाहिर है कि इस कोरोना संकट में अर्थव्यवस्था को बहुत क्षति पहुँचेगी पर अगर 2022 में 6.6 फीसदी के लगभग पहुँच जाये तो भारत राहत की साँस लेगा।
भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन ने हाल ही में भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ 2 फीसदी तक रहने का अनुमान जताया था। कोरोना प्रकोप से पहले ही भारत की आर्थिक और संस्थागत कमजोरियों की वजह से जीडीपी ग्रोथ कम चल रही थी और अब इस मुश्किल समय में ग्रोथ रेट अतीत से भी कम होने की संभावना है ।ग्रोथ न हुई तो लेना पड़ेगा पैकेज का सहारा: सरकार ने मार्च में 1.7 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी. अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार एक और राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है.
मूडीज ने ग्रोथ के जीरो रहने की आशंका जताने के साथ ही राजकोषीय घाटे के भी 5.5 फीसदी तक रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले बजट में भारत के वित्त मंत्री ने 3.5 फीसदी के घाटे की बात कही थी। एजेंसी ने कहा कि कोरोना के संकट के चलते भारत पूरी तरह से थम गया है और इस साल इसका असर देखने को मिलेगा।
मूडीज के मुताबिक, यदि प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि उच्च दर पर वापस नहीं आती है, तो हम उम्मीद करते हैं कि सरकार को सामान्य सरकार के बजट घाटे को कम करने और ऋण के बोझ में वृद्धि को रोकने में बहुत बड़ी बाधाओं का सामना करना पड़ेगा।