
चीन भारत सीमा विवाद पर पहली बार टिप्पणी करते नजर आए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
- पूर्व प्रधानमंत्री ने दी पीएम मोदी को सलाह
- चीन से नहीं दबेंगे, शहीदों के साथ न्याय मिलना चाहिए
- चीनी 2000 से गलवान वैली और पैंगोंग झील में घुसपैठ कर रहा है.
- राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री इस बात को विनम्रता से मानेंगे
चीन और भारत सीमा विवाद के बाद प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक की थी. इस बैठक का मकसद सीमा पर चल रही तना तनी के निवारण के लिए सुझाव देने का था. इनके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चीन और भारत सीमा विवाद पर पहली बार टिप्पणी करते नजर आए हैं. उन्होंने कहा, देश की सुरक्षा रणनीति और सीमाओं के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी को सोच समझ कर बयान देना चाहिए. उन्हें सावधान रहना चाहिए. इन बातों का असर पड़ेगा. शुक्रवार के प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद मनमोहन सिंह ने सोमवार को किया कमेंट.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा की चीन ने 2000 से लेकर अब तक गलवान वैली और पैंगोंग झील में कई बात घुसपैठ की है. हम उनकी धमकियों और दबाव के आगे नहीं झुकेंगे. और न ही कोई समझौता करेंगे. अब सरकार को बड़ा फैसला लेना चाहिए. जिससे शहीदों और जवानों को न्याय मिले. अगर सरकार ने कोई कमी छोड़ दी तो यह देश के की जनता के साथ धोका होगा. हम अभी ऐतिहासिक मोड पर हैं. सरकार के आज के लिए फैसले भविष्य की राय बनाएंगे. लीडर को जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी. जो भारतीय लोकतंत्र में प्रधानमंत्री ऑफिस की होती है.
यही समय है जो पूरे राष्ट्र को एकजुट होना है. तथा संगठित होकर इस दुस्साहस का जबाव देना है.
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी की महत्वपूर्ण सलाह। भारत की भलाई के लिए, मैं आशा करता हूँ कि PM उनकी बात को विनम्रता से मानेंगे। pic.twitter.com/0QTewzmcyD
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 22, 2020
इसपर राहुल गांधी का कहा, कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी की सलाह देश की भलाई के लिए है, मैं आशा करता हूं की प्रधानमंत्री मोदी उनकी बात को विनम्रता से मानेंगे.