अयोध्या दौरे के बाद सीएम योगी का बाराबंकी दौरा भी रद्द, अधिकारियों को दिए ड्रोन से निगरानी के आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रविवार को बाराबंकी में बाढ़ पीड़ितों का जायज़ा लेने के लिए प्रस्तावित दौरा रद्द हो गया है। सीएम योगी आज बाढ़ पीड़ितों से मिलने जाने। वाले थे लेकिन अब उन्होंने यह दौरा भी रद्द कर दिया है। इसी के साथ ही मुख्यमंत्री का अयोध्या दौरा भी रद्द कर दिया गया है। हालांकि हालांकि यह दौरा किस वजह से कैंसिल हुआ, यह अभी पता नहीं चल पाया है।
12 जिलें बाढ़ से प्रभावित
उत्तर प्रदेश के 12 जिलों बाराबंकी, अयोध्या, कुशीनगर, गोरखपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, आजमगढ़, गोंडा, संतकबीर नगर, सीतापुर, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर के 331 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। गांवों में बाढ़ पानी से भरने से लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आधिकारियों ने बाढ़ प्रभावितों को हर संभव राहत पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है। राहत आयुक्त संजय गोयल के मुताबिक जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रबंधन और राहत कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। बाढ़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। बाढ़ से प्रभावित जिलों में 24 घंटे सातों दिन कंट्रोल रूम चलाया जा रहा है।
बाढ़ में डूबे बहराइच के कई गांव
कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश, पहाड़ी नदियों नालों से बहकर आने वाले बाढ़ के पानी से भारतीय क्षेत्र की नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ गया। जिससे मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। नेपाल के पहाड़ी नालों के उफनाने से तहसील क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है।
खतरे के लाल निशान के ऊपर सरयू का जलस्तर
नेपाल बैराज द्वारा छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी और बारिश से सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से 108 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। जिसके बाद नदी के विकराल रूप से तीन तहसीलों के 70 गांव बाढ़ से घिर गए। बाढ़ से यहां की करीब 50000 आबादी प्रभावित हुई है। पूरे दिन डीएम व एसपी समेत तहसीलों के अधिकारी कर्मचारी बाढ़ क्षेत्र में ही मुस्तैद रहे। लोगों को राशन दवा समेत अन्य जरूरत पूरी कराते रहे।