
पंजाब : पटियाला में छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट का सरकारी कर्मचारियों ने किया विरोध
विभिन्न संगठनों से जुड़े हजारों सरकारी कर्मचारी छठे वेतन आयोग में सिफारिश लागू करने के विरोध में आज पटियाला में एकत्रित हुए।छटे वेतन आयोग की सिफारिशों में कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखकर सरकार से संशोधन की मांग की जा रही है।
प्रदर्शनकारियों में पंजाब एंड यूटी एम्प्लाइज एंड पेंशनर्स फ्रंट, मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन और वोकेशनल टीचर्स यूनियन के सदस्य, पीएसपीसीएल के कर्मचारी, मेडिकल प्रैक्टिशनर और 100 से अधिक अन्य समूह शामिल थे।
उन्होंने कहा कि नए नियमों के लागू होने के बाद भी उनके वेतन में बहुत कम वृद्धि हुई है । उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का आश्वासन देती रही है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ उन्होंने सर्कार पर छल करने का आरोप लगया है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि डीए और नियमितीकरण सहित कई मुद्दे लंबे समय से लंबित है । कर्मचारियों ने मांग की है कि पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू किया जाए और साथ ही तीन साल तक चलने वाले प्रोबेशन पीरियड को घटाकर दो साल कर दिया जाए।
प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों द्वारा सरहिंद रोड से वाईपीएस चौक तक विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान शहर का यातायात भी ठप रहा । प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ने की भी कोशिश की, जिससे उनके और पुलिस के बीच हाथापाई हो गई। इसमें कई प्रदर्शनकारी और पुलिस कर्मी घायल हो गए।
रैली को संबोधित करते हुए सांझा फ्रंट के संयोजक ने कहा कि पंजाब सरकार छठे वेतन आयोग के जरिये मुलाजिमों को बड़े लाभ देने के बयान देकर आम जनता को गुमराह कर रही है। जबकि असलियत कुछ और ही है।
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