
पाकिस्तान का उमड़ा तालिबानी प्यार, कहा- बेकार ही अफगान सरकार कर रही बदनाम
तालिबान के अफगानिस्तान में खून खराबे के बीच पाकिस्तान का तालिबान के लिए याराना खुलकर सामने आ रहा है। तालिबान की दरिंदगी को पाकिस्तान शुरू से ही सपोर्ट कर रहा है। बीते कई दिनों में पाकिस्तान ने तालिबान के हर नाजायज फैसले को सही ठहराया है। एक बार फिर पाकिस्तान ऐसी ही बयानबाजी कर रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का तालिबान के लिए प्यार छलक उठा है।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पूर्व अफगान सरकार तालिबान के खिलाफ प्रॉपगैंड फैला रही थी, जो अब झूठी साबित हुई है क्योंकि तालिबानियों ने सरकारी कर्मियों को लिए माफी का ऐलान किया है और साथ ही यह भी कहा है कि लड़कियों को पढ़ने से नहीं रोका जाएगा।
विदेश मंत्री ने ये सारी बातें प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही हैं। उन्होंने आगे कहा कि सबको डर था कि तालिबान लड़कियों की शिक्षा पर बैन लगा देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वे बदला नहीं लेंगे और अब तक उन्होंने जो भी कदम उठाए हैं वे शांतिपूर्वक हैं, जिनका स्वागत करना चाहिए। पूरी दुनिया इस समय अफगानिस्तान के हल के लिए पाकिस्तान को एक जिम्मेदार देश मानते हुए संपर्क कर रही है।
वह अफगानिस्तान में ऐसी व्यवस्था चाहते हैं जो दुनिया के लिए स्वीकार्य हो। वहीं अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से ही दहशत का माहौल है। इस बीच गैर मुल्क के लोगों के साथ स्थानीय लोग भी अफगानिस्तान हर कीमत पर छोड़ देना चाहते हैं। कई स्थानीय नागरिक अफगानिस्तान छोड़ जर्मनी रवाना हो रहे हैं।
लुफ्थांसा एयरलाइंस का दूसरा विमान एयरबेस ए-340 उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद से जर्मनी के फ्रैंकफर्ट पहुंचा है, जहां अफगानिस्तान के लगभग 280 लोग इस विमान पर सवार थे। उन्हें जर्मनी में शरण मिलेगी। इसकी जानकारी ताशकंद एयरपोर्ट के एक कर्मचारी ने दी।
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