योगी की कार्यवाही, राकेश कुमार को PVVNL के निदेशक पद से हटाया गया
राकेश कुमार 31 मार्च 2021 को पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता के पद से 60 वर्ष
#राकेश कुमार अधीक्षण अभियंता के पद पर रहते हुए वित्तीय अनियमितता के पाए गए दोषी
# मा0 मुख्यमंत्री जी एवं ऊर्जा मंत्री जी की संस्तुति के आधार पर की गई कार्रवाई
लखनऊ: प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक (तकनीकी) पद पर तैनात राकेश कुमार को पद से हटा दिया है। राकेश कुमार पर अधीक्षण अभियंता, नोएडा के पद पर रहते हुए वित्तीय अनियमितता का दोषी पाया गया है। जिस पर उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी। राकेश कुमार के खिलाफ यह कार्रवाई मा0 मुख्यमंत्री जी एवं ऊर्जा मंत्री की संस्तुति के आधार पर की गई है। ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार राकेश कुमार के द्वारा अधीक्षण अभियंता, नोएडा के पद पर रहते की गई वित्तीय अनियमितताओं के दृष्टिगत इनको देय पेंशन में से 100 प्रतिशत कटौती के दंड के साथ 10 जनवरी 2022 को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन ने आदेश निर्गत किया है।
राकेश कुमार 31 मार्च 2021 को पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता के पद से 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हुए थे। इसके पश्चात इनको शासन द्वारा निदेशक (तकनीकि) के पद पर तैनात किया गया था। निदेशक पद पर नियुक्ति 3 वर्षों अथवा 62 वर्ष से पहले, जो भी हो, के लिए की जाती है।