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Yoga Day: जिंदगी को जिंदादिली से जीना सिखाता है योग
विश्व योग दिवस पर उबंटू फाउंडेशन के डायरेक्टर सुमित सिंह ने दिग्गजों के साथ किया सार्थक संवाद
उबंटू फाउंडेशन ने विश्व योग दिवस के मौके पर नेशनल वेबिनार कराया। इसमें देश-दुनिया के तमाम दिग्गज और स्टूडेंट शामिल हुए। वक्ताओं ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की पहचान है। यह हर इंसान को जिंदादिली से जीना सिखाता है।
इस खास आयोजन की की रूपरेखा उबंटू फाउंडेशन के डायरेक्टर सुमित सिंह ने तैयार की। मकसद था लोगों को योग से जोड़कर निरोग रखना। कोरोना काल में योग अपनाकर किस तरह निरोग रहा जा सकता है इस पर विशेषज्ञों ने खुलकर अपनी बात रखी।
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नेशनल कोऑपरेटिव यूनियन ऑफ इंडिया के चेयरपर्सन सूधीर महाजन ने कहा कि योग को समझने के लिए भारतीय संस्कृति को समझना जरूरी है। योग इंसान को खुद से और प्रकृति से जोड़ता है। दूसरे शब्दों में कहें तो योग इंसान की खुद को जानने और खुद के भीतर झांकने की प्रक्रिया है।
अर्थ कीपर्स कनेक्ट के डैरिल डिसूजा ने कहा कि कोरोना काल में हो रही दिक्कतों से योग के जरिए आसानी से निपटा जा सकता है। कोरोना के आफ्टर इफेक्ट दूर करने में भी योग बेहद कारगर है। भारतीय संस्कृति की इस विधा का अब पूरी दुनिया लोहा मान रही है।
फिटनेस एक्सपर्ट हिना खान ने कहा कि इंसान को फिट रखने में योग की अहम भूमिका है। फिट रहने और रोगों से दूर रहने के लिए हमें योग करने के साथ ही अपने खानपान पर भी ध्यान देना होगा। आहार सुधारेंगे तो विचार सुधरेंगे। आहार और विचार सुधरने पर इंसान की जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा। सही मायनों में यही वास्तविक फिटनेस है।
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देश में बनाएंगे 600 चाइल्ड फ्रेंडली विलेज
बचपन को बालश्रम से आजादी दिलाने की मुहिम में जुटे कैलाश सत्यार्थी फाडंडेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राकेश सेंगर ने बताया कि उन्होंने देश में 600 चाइल्ड फ्रेंडली विलेज बनाने की मुहिम शुरू की है। बच्चों को बालश्रम से मुक्ति मिले और वो एक बेहतर जीवन जिंए यही फांउंडेशन का मकसद है।
वेबिनार का संचालन अनिल शर्मा ने किया। संयोजक सुमित सिंह ने कहा कि योग की शरण में जाने के बाद इंसान खुद को समझने की प्रक्रिया शुरू करता है। दुनिया में कुछ भी बेहतर करने के लिए सबसे पहले खुद को समझना और जानना जरूरी है। योग के बिना यह संभव नहीं है।
30 यूनिवर्सिटी, 45 कॉलेजों के स्टूडेंट्स ने कराया रजिस्ट्रेशन
कार्यक्रम के लिए 30 यूनिवर्सिटी और 40 कॉलेजों के स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया। देश भर के 300 से अधिक लोग इस महत्वपूर्ण वेबिनार का हिस्सा बने।
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विदेशी प्रतिनिधि भी हुए शामिल
वेबिनार ने विदेश के एक्सपर्ट भी शामिल हुए। इनमें ताइवान मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉ नवनीत दुबे और वियतनाम की अल्मा ने भी अपनी बात रखी। मुंबई के न्यूट्रीशन एक्सपर्ट डॉ पुरनूर सिराज ने भी विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि अच्छा आहार और योग इंसान को किस तरह निरोग रख सकता है।
खास बातें
विश्व योग दिवस पर उबंटू फाउंडेशन के डायरेक्टर सुमित सिंह ने दिग्गजों के साथ किया सार्थक संवाद
भारतीय संस्कृति में सर्वे संतु निरामया का आधार था योग, स्वस्थ रहने के लिए लौटना होगा पुराने दिनों की ओर
भागदौड़ भरी जिंदगी में खानपान का ध्यान रखना सबसे जरूरी, अच्छा खानपान और योग रखता है बीमारियों को दूर
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हमारा मकसद लोगों को योग और प्रकृति से जोड़ना है। इंसान और प्रकृति एक दूसरे के पूरक हैं। जब तक हम खुद को नहीं जान लेते तब तक प्रकृति को नहीं जान सकते और प्रकृति को जानने के बाद कुछ जानने को बाकी नहीं रह जाता। इंसान और प्रकृति के बीच की सबसे अहम कड़ी है योग। वो कहते हैं न- योग भगाए रोग।
–सुमित सिंह, डायरेक्टर, उबंटू फाउंडेशन