
बिना सुरक्षा उपकरण मौत के झूलों में लटकते मजदूर
सुरक्षा के नियमों की अनदेखी, दो जून की रोटी को लटकने को मजबूर मजदूर।
फ़तेहपुर, जनपद में बने मेडिकल कालेज के लोकार्पण की जल्दबाजी में जम कर सुरक्षा के नियमो की धज्जियां उड़ाई गईं। दीवालों मे रंग व पुताई संबंधित ठेकेदार द्वारा श्रम कानून और सुरक्षा नियमों को ताक पर रख कर मजदूरों से कड़ी धूप में ही बिना हेलमेट, दस्ताना और बिना सेफ्टी बेल्ट के ही करीब 20 फीट से अधिक ऊंचाई पर लटक कर रंग पुताई का काम करवाया गया। जिससे इन गरीब असहाय मजदूरों के साथ कभी भी किसी तरह के अनहोनी घटना के घटित होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
जबकि मेडिकल कालेज के उद्घाटन की सभी व्यवस्थाओं को ठीक कराने के लिए प्रशासनिक व जिम्मदार स्वास्थ्य अधिकारियों का आना-जाना लगा रहा और कुछ तो पूरे समय मौजूद रहे। लेकिन बड़े ताज्जुब की बात है कि मौत के झूले में झूलते ये मजदूर आखिर किसी को क्यों नही दिखे? जिम्मेदार अधिकारी दिन रात गुजरते रहे इसके बाद भी इसे रोकने की पहल किसी ने नहीं की। और किसी ने ये भी जानने की कोशिश नही की आखिर ठेकेदार द्वारा ऐसी लापरवाही बरत कर मजदूरों की जिंदगी से खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है?
साथ ही सवाल यह भी जहन में आता है कि मजदूरों को इतनी ऊंचाई पर काम के दौरान सुरक्षा उपकरण क्यों नहीं उपलब्ध कराए गए? इस तरह की लापरवाही के लिए क्या ठेकेदार जिम्मेदार है या नही, और अगर है तो जिम्मदारों कि मौजूदगी में ऐसी लापरवाही होने पर भी मजदूरों को रोका क्यों नही गया? क्यों नही मुहैया कराए गए उन्हें सुरक्षा उपकरण…