महिला सैनिकों पर हज यात्रियों की सुरक्षा का जिम्मा, पहली बार मक्का में हुई तैनाती
अप्रैल से अब तक दर्जनों महिला सैनिकों की नियुक्ति मक्का और मदीना में आने वाले हज यात्रियों की सुरक्षा के लिए की जा चुकी है।
हर देश में महिला सशक्तिकरण को लेकर हर मुमकिन प्रयास किए जाते हैं। लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं, जिन्होंन महिला सशक्तिकरण के बारे में कभी सोचा भी नहीं होगा। लेकिन सऊदी अरब भी महिला सशक्तिकरण की ओर बढ़ा रहा है। महिलाओं की आजादी को लेकर कई अहम फैसले सरकार ने लिए हैं। सऊदी अरब के पाक शहर मक्का और मदीना में पुरुष सैनिकों के साथ महिला सैनिक भी नजर आएंगी। महिला सैनिकों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है।
सऊदी के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कई सामाजिक और आर्थिक सुधारों पर जोर दिया है। प्रिंस ने महिलाओं पर लगे कई तरह के प्रतिबंधों को भी हटा दिया है। अब यहां वयस्क महिलाओं को बिना परिजनों की आज्ञा लिए कहीं भी आने-जाने की अनुमति दी गई है।सऊदी अरब ने मक्का और मदीना में हज यात्रा के दौरान कई महिला सैनिकों को तैयान किया था। महिला सैनिकों को मक्का में मौजूद मस्जिद अल हरम में निगरानी करते देखा गया।
महिलाओं ने इस दौरान उन्होंने फौज की खाकी वर्दी पहनी हुई थी। साथ ही एक लंबी जैकेट, ढीली पतलून और बालों को ढकने वाले कपड़े के ऊपर एक काले रंग की बेरी पहनी हुई थी। साथ में काले रंग का मास्क भी लगाया हुआ है। खबरों के मुताबिक, अप्रैल से अब तक दर्जनों महिला सैनिकों की नियुक्ति मक्का और मदीना में आने वाले हज यात्रियों की सुरक्षा के लिए की जा चुकी है। ये महिला सैनिक ग्रैंड मस्जिद में सुरक्षा व्यवस्था और यहां आने वाले हज यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखती हैं।
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