छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक जंगली हाथी के हमले से 42 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। स्थानीय वन विभाग के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को इस बाबत जानकारी दी। अधिकारी का कहना है मामला बादलखोल वन्यजीव अभयारण्य के निकट कुहापानी गांव का है, जब एक महिला प्रतिमा तिग्गा अपनी सात साल की बेटी के साथ गांव से गुजर रही थी, तभी एक हाथी ने महिला पर हमला कर दिया और उसे कुचलकर मार डाला।
उक्त महिला प्रतिमा तिग्गा बासधार गांव की रहने वाली है। वह अपनी बेटी के साथ रेंगल गांव से लौट रही थी और नदी पार करते समय उनका सामना हाथी हो गया। महिला की बेटी भागने में सफल रही और उसने तुरंत आकर स्थानीय लोगों को इसकी सूचना दी।
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अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने के बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वन विभाग की तरफ से पीड़ित परिवार को तत्काल 25,000 रुपये की राहत राशि प्रदान की गई, जबकि बाकी 5.75 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर आवश्यक औपचारिकता पूरी करने के बाद दिया जाएगा।
वन विभाग के आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, पिछले एक साल में अलग-अलग घटनाओं में हाथियों के हमले से जिले में 16 लोगों की मौत हो चुकी है । 29 मार्च को बादलखोल वन्यजीव अभयारण्य के जंगल में हाथी के हमले से एक महिला की मौत हो गई थी। सरगुजा, सूरजपुर, कोरबा, रायगढ़, जशपुर, बलरामपुर और कोरिया जिलों के घने जंगलों वाले उत्तरी छत्तीसगढ़ से अतीत में मानव-हाथी संघर्ष की कई घटनाएं सामने आई हैं। इस क्षेत्र में हाथियों द्वारा घरों और फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचाने की घटना भी सामने आई हैं।