
विभिन्न परिवहन संघों ने किया राज्य परिवहन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन
देहरादून जिले के सार्वजनिक परिवहन वाहनों की विभिन्न यूनियनों ने सोमवार को राज्य परिवहन विभाग के खिलाफ क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में धरना दिया।
देहरादून महानगर सिटी बस सेवा महासंघ, दून ऑटोरिक्शा यूनियन, बिष्ट गांव टाटा मैजिक एसोसिएशन, गढ़वाल ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ऑफ ऋषिकेश और टिहरी गढ़वाल मोटर्स ओनर्स कॉरपोरेशन (टीजीएमओसी) ऋषिकेश जैसी यूनियनों ने विभाग के खिलाफ मुख्य रूप से करों में छूट प्रदान करने के लिए विरोध किया।
उनका कहना है कि कोरोना के चलते कमाई नहीं हो पाई थी , जिस कारण उन्हें टैक्स में छूट मिलनी चाहिए।
गढ़वाल ट्रक एसोसिएशन के प्रमुख दिनेश बहुगुणा ने कहा, “हमें तालाबंदी और कोविड कर्फ्यू के दौरान घर में रहने के लिए कहा गया और हमने आदेशों का पालन किया। परिवहन विभाग उस अवधि के लिए भी करों की मांग क्यों कर रहा है?”
टीजीएमओसी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह नेगी ने आरोप लगाया कि विभाग ढील देने के बजाय परिवहन ऑपरेटरों के लिए चीजों को और कठिन बना रहा है।
नेगी ने कहा, “हमने परमिट के नवीनीकरण में दो साल की छूट देने के अलावा एक साल के लिए कर माफ करने की मांग की है ताकि ऑपरेटर कोरोना के चलते जो पैसे नहीं कमा पाए थे। इससे उनकी स्तिथि कुछ सामान्य होगी। ”
हालांकि, सिटी बसों, ऑटोरिक्शा और मैक्सी कैब की यूनियनों ने मुख्य रूप से शहर में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को निशाना बनाया है। इन संघों ने विभाग से शहर भर में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को विनियमित करने के लिए कहा है क्योंकि उनका मानना है कि इससे उनका व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
इस बीच क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) दिनेश चंद्र पठोई और आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी ने यूनियन सदस्यों को अपनी मांगों को लेकर जल्द ही राज्य सरकार से संपर्क करने का आश्वासन दिया।
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