
Uttrakhand Election 2022 : बसपा ने प्रत्याशियों की पहली सूची में जातीय और सामाजिक समीकरण को साधने का किया प्रयास
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है। इस सूची में जातीय और सामाजिक समीकरण को बसपा द्वारा साधने का प्रयास किया गया है। वही अनुसूचित जाति के साथ ही ब्राह्मण, ठाकुर, मुस्लिम, पिछड़ा वर्ग व वैश्य समाज के नेताओं को उम्मीदवार के तौर पर चुना गया है।
बसपा का उत्तराखंड में अपना एक राज्य गठन का जनाधार रहा हैं ।। राज्य गठन के बाद साल 2002 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा बसपा ने 10.93 मत प्रतिशत लेकर सात सीटों पर कब्जा किया था। 2007 में हुए दूसरे विधानसभा चुनाव में बसपा ने 11.76 फीसद मत प्रतिशत के साथ आठ सीटें कब्जाई। वर्ष 2012 में बसपा का मत प्रतिशत तो बढ़ कर 12.19 प्रतिशत तक पहुंचा, लेकिन सीटों की संख्या घट कर तीन पहुंच गई। वहीं 2017 के विधानसभा चुनावों में बसपा को केवल 6.98 प्रतिशत मत मिले और उसकी झोली खाली रही। खास बात यह है कि बसपा ने तीन चुनावों में जो भी सीटें जीती, उनमें अधिकांश सीटें अनुसूचित जाति और मुस्लिम समुदाय के प्रत्याशियों के दम पर थी। बसपा का सबसे बड़ा वोट बैंक भी यही है।
एक बार फिर बसपा इसी वोट बैंक के साथ जीत दर्ज करने का प्रयास करेगी। इसीलिए बसपा ने जो 37 प्रत्याशियों की सुच जारी की हैं , उनमें 15 अनुसूचित जाति, सात पिछड़ा वर्ग, एक अनुसूचित जनजाति, तीन मुस्लिम, चार ब्राह्मण, छह ठाकुर और एक वैश्य समुदाय से है। जाहिर है कि बसपा कहीं न कहीं अपनी पारंपरिक छवि से बाहर निकलने का प्रयास कर रही है।