उत्तराखंड : विधानसभा के मानसून सत्र में भाग लेने के लिए RT-PCR रिपोर्ट होना जरूरी
भले ही उत्तराखंड में कोविड-19 के मामलों की संख्या में काफी कमी आई हो, लेकिन यह बीमारी राज्य विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में अपना प्रभाव डालेगी।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने निर्देश दिया है कि बिना किसी जोखिम लिए सत्र के दौरान कोविड -19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा। विधानसभा का मानसून सत्र 23 अगस्त से देहरादून में होना है।
सत्र की तैयारी पर चर्चा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, अध्यक्ष अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि सभी सदस्यों और कर्मचारियों को विधानसभा भवन में प्रवेश के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण की नकारात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा सचिवालय उन लोगों को छूट देने पर विचार कर रहा है, जिन्होंने टीके की दोनों खुराक ली है। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का सदस्यों के बैठने की योजना पर असर पड़ेगा और उन्हें मुख्य हॉल और हॉल नंबर 107 में बैठाया जाएगा। विधायकों के लिए सत्र के दौरान थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की जाएगी।
अग्रवाल ने कहा कि आगंतुकों और विधायकों के सुरक्षाकर्मियों को विधानसभा भवन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विधानसभा सचिवालय को अब तक सत्र के लिए 762 प्रश्न प्राप्त हुए हैं।
इससे पहले दिन में अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी की जानी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि वाहनों को पूर्व निर्धारित स्थानों पर खड़ा किया जाए और दमकल, स्वास्थ्य विभाग की टीम व एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए।
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