उत्तराखंड: आज से प्रदेशभर में लगी पाबंदी, कोरोना कर्फ्यू का दिखेगा असर
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में यह सप्ताह काफी अहम माना जा रहा है। कर्फ्यू में सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। इस सप्ताह भी यदि केस कम नहीं होते हैं तो प्रदेश सरकार पर प्रदेशभर में पूर्ण लॉकडाउन लगाने का दबाव बनेगा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने राज्य में कोविड कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। कोविड कर्फ्यू मंगलवार की सुबह छह बजे से शुरू हो गया है।
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तीन-तीन दिन के कर्फ्यू से फायदा नहीं हुआ
कोरोना संकट को कम करने के लिए राज्य सरकार ने 26 अप्रैल से तीन-तीन दिन के कोविड कर्फ्यू का प्रयोग किया। लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले कम नहीं हुए। कोविड कर्फ्यू के बावजूद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के मामलों में बढ़ोतरी हुई। कोरोना से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा।
उठाने पड़े सख्त कदम
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरका पर कोविड कर्फ्यू को और सख्त करने का दबाव पड़ा। सरकार के कई मंत्री व विधायक तो पूर्ण लॉकडाउन की पैरवी कर रहे थे। सरकार ने लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच का रास्ता अपनाया। बढ़ते मामलों और मंत्रियों व विधायकों के दबाव में उसे पूरे प्रदेश में सख्त कोविड कर्फ्यू लगाना पड़ा।
कोरोना काबू में नहीं आया तो पूर्ण लॉकडाउन का दबाव
प्रदेश सरकार को यकीन है कि पूरे प्रदेश में एक हफ्ते का कोविड कर्फ्यू लगाने से कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आएगी। लेकिन यदि कोरोना संक्रमण के मामले कम नहीं हुए तो सरकार पर पूर्ण लॉकडाउन लगाने का दबाव बनेगा।
आज से ये हैं पाबंदियां
आज आवागमन पर सख्ती रहेगी। मैदान से पहाड़ जाने के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट जरूरी। बसों में 50 प्रतिशत सवारी रहेगी। शव यात्रा में 20 लोग ही शामिल होंगे। विवाह आदि समारोह में 20 से अधिक लोग नहीं। बाहरी राज्यों से आने वालों को 72 घंटे की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी।
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प्रवासियों को गांव में बने क्वारंटीन सेंटरों में सात दिन रहना होगा। इस हफ्तेे बाजार एक दिन 14 मई को ही सुबह सात से 12 बजे तक खुलेगा। सचिवालय, विधानसभा, मंडलायुक्त, कलेक्ट्रेट कार्यालय व आवश्यक सेवाओं से जुड़े निदेशालयों को छोड़कर बाकी सभी दफ्तर बंद रहेंगे।