
उत्तराखंड : कावड़ यात्रा को मंजूरी न देने के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) उत्तराखंड ने मुख्यमंत्री को दिया पत्र
कावड़ यात्रा को मंजूरी न देने की मांग रखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) उत्तराखंड ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा। एसोसिएशन का मानना है कि पहले वेव के बाद हुई लापरवाही से ही दूसरी वेव आयी थी और अब दुबारा हम ये गलती नहीं कर सकते।
IMA उत्तराखंड ने कहा कि अपनी पिछली विफलता से सीखते हुए हमें कांवड़ भक्तों को राज्य की सीमाओं में प्रवेश नहीं करने देना चाहिए। उत्तराखंड को कोविड की तीसरी लहर से सुरक्षित रखना चाहिए। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने में हमारी लापरवाही पर चिंता प्रकट की है।
रविवार को ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ये बयान दिया था कि उत्तराखंड सिर्फ मेजबान राज्य हैं। 15 दिनों में तीन करोड़ से अधिक कांवड़िये राज्य का दौरा करते हैं। बात आस्था की है, लेकिन लोगों की जिंदगी भी दांव पर है। लोगों का जीवन बचाना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी।
जहाँ IMA ने कावड़ यात्रा में रोक लगाने की मांग की है लेकिन वही व्यापारी चारधाम और कांवड़ यात्रा खोलने के लिए आंदोलन कर रहे है।
हरिद्वार मशाल संगठन ने भी मांग की है कि धर्मनगरी में बाहरी श्रद्धालुओं को समिति संख्या में प्रवेश दिया जाय। संगठन ने कहा है कि बिना रोक टोक लोगो के आने से कोरोना संक्रमण फैलने का डर है। ऐसे में उन्हें बॉर्डर पर कोरोना टेस्टिंग के बाद ही अनुमति दी जाए।