उत्तराखंड : कुंभ कोरोना जांच घोटाले मामले में हुई पहली गिरफ्तारी
उत्तराखंड : आखिरकार कुंभ कोरोना जांच घोटाले की पहली गिरफ्तारी हो गई है। घोटाले की जांच कर रही टीम ने आशीष नामक युवक को गिरफ्तार किया। ये युवक नलवा लैब का कर्मचारी है।
जैसे जैसे जांच आगे बड़ेगी वैसे वैसे और गिरफ़्तारी होती रहेंगीं। इस पूरे घटना की जांच स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम कर रही है। तीन सेक्टर प्रभारियों से भी पूछताछ की गई थी। सेक्टर प्रभारियों का कहना हैं कि उन्हें इस घोटाले की भनक भी नही लगी। इनके बयान दर्ज होने के बाद से ही जांच को आगे बढ़ाया गया।
इस घोटाले में मैक्स कॉरपोरेट सर्विस, नलवा लैबोरेट्रीज प्राइवेट लैब और डॉ. लाल चंदानी लैब्स के संचालकों से बारी-बारी पूछताछ की गई। लैब और फर्म आपस मे आरोप प्रत्यारोप कर रहे है। पहली गिरफ्तारी के बाद बहजत से राज उजागर होने की उम्मीद है।
कोरोना जांच घोटाले के साथ साथ बचाव किट मैं भी घोटाले की बात सामने आ रही हैं। कोरोना जांच मामले की याचिका सचिन डबराल द्वारा दायर की गई थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इसकी जानकारी एक जानकर ने दी थी।
जो एक लैब के लिए सैंपल लेता था।इसी दौरान ये युवक सैंपल लेने साधुओं के अखाड़े में गया। वह साधुओ मैं से एक दो ही सैंपल देने को तैयार हुए। जब उसने ये बात लैब के मालिक को बताई तो मालिक ने सबकी रिपोर्ट नेगेटिव बनाने की बात कही। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दावा किया है कि कम से कम 1 लाख फ़र्ज़ी टेस्ट सामने आ सकते है।