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Uttarakhand Election 2022 : उत्तराखंड में महिलाएं खेल सियासी पारी, दल बदल रही प्रत्याशी

उत्तराखंड की राजनीति में महिलाओं को विधानसभा चुनाव लड़ने के मौके काफी कम मिलते हैं। अगर बात करें साल 2002 से 2017 तक हुए विधानसभा चुनावों की। तो राजनीतिक दल अपनी ही पार्टी की महिला नेताओं पर भरोसा नहीं करते। हालांकि की विपक्षी पार्टियां उनपर ज्यादा भरोसा करती है।

सरिता आर्या पर बीजेपी ने जताया भरोसा 

महिला नेताओं के पार्टी छोड़कर जाते ही अन्य पार्टियां उन्हें आसानी से टिकट दे देती है। यह राजनीतिक परम्परा सी बनती जा रही है। जो कि इस बार के चुनाव में देखने को मिला। नैनीताल जिले की बात करें तो, यहां नैनीताल सुरक्षित सीट से सरिता आर्य बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। अभी तक सरिता इसी सीट से कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ती आई हैं। और जीतकर विधायक भी बनीं। लेकिन 2017 के चुनाव में उन्हें तत्कालीन बीजेपी प्रत्याशी संजीव आर्य से हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव से कुछ माह पहले ही संजीव की कांग्रेस में वापसी हो गई थी। तब से तय माना जाने लगा कि नैनीताल से संजीव ही कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी में गईं

लेकिन इस बार महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रहीं सरिता ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। और बीजेपी ने उनपर भरोसा जताते हुए उन्हें नैनीताल सीट से टिकट भी दे दिया है। ठीक इसी तरह बीजेपी से कांग्रेस में आई मंजू तिवारी को भी जब कालाढूंगी सीट से कांग्रेस का टिकट नहीं मिला। तो वो आप की सदस्य बन गयीं। और आप ने उन्हें टिकट दे भी दिया। यूएसनगर जिले की बाजपुर सीट से सुनीता टम्टा बाजवा कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रही थीं। इसके अलावा सुनीता ने भी आप का दामन थाम लिया।

कांग्रेस से बीजेपी में आईं रेनू बिष्ट 

यमकेश्वर सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही कांग्रेस की रेनू बिष्ट ने अब बीजेपी का कमल हाथों में ले लिया है और बीजेपी ने गढ़वाल सीट ने उनको टिकट भी दे दिया है। हांलाकि 2017 में यमकेश्वर से विधायक बनीं ऋतु खंडूड़ी की इस सीट पर मजबूत दावेदारी थीं। लेकिन पार्टी ने उनके स्थान पर रेनू को तवज्जो दी। औऱ ऋतु खंडूड़ी को कोटद्वार सीट से टिकट दे दिया।

परिवार की महिलाओं को प्राथमिकता

इस बार के टिकट बंटवारे में एक और बात ​अहम रही। दरअसल बड़ी पार्टियों से जिन महिलाओं को टिकट मिला है, उनमें से कई का परिवार लंबे समय से राजनीति से जुड़ा रहा है। कांग्रेस में पूर्व सीएम हरीश रावत की बेटी अनुपमा को हरिद्वार ग्रामीण सीट से प्रत्याशी बनाया है। तो पूर्व मंत्री डॉ.हरक रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं लैंसडौन से टिकट पाई हैं। वहीं बीजेपी ने खानपुर सीट से सिटिंग विधायक कुंवर प्रणव सिंह के स्थान पर उनकी पत्नी रानी देवयानी को प्रत्याशी बनाया है। इधर देहरादून कैंट से विधायक रहे हरबंस कपूर के आकस्मिक निधन के बाद उनकी पत्नी सविता कपूर को और पिथौरागढ़ सीट से दिवंगत प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत को टिकट दिया है।

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