Uttarakhand Election 2022 : आज इन विधायकों के साथ कांग्रेस का हाथ थमेंगे हरक सिंह रावत
देहरादून। बीजेपी से निष्कासित किये गए हरक सिंह रावत मंगलवार को दिल्ली में अन्य विधायको के साथ मिलकर कांग्रेस का हाथ थामने वाले है। हरक सिंह रावत के साथ उनकी बहू अनुकृति गुसाईं भी कांग्रेस में शामिल होने जा रही है। श्रीनगर गढ़वाल विश्वविद्यालय से छात्र नेता के तौर पर हरक सिंह रावत ने राजनीति में अपना पहला कदम रखा था। इसके बाद वे बीजेपी व आनुषांगिक संगठनों के साथ मिलकर काम करने लगे। 1984 भाजपा से पौड़ी सीट से खड़े हुए। लेकिन वे जीत हासिल नहीं कर पाए। इसके बाद वर्ष 1991 में उन्होंने पौड़ी सीट पर जीत दर्ज की और तब उत्तर प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार में उन्हें पर्यटन राज्यमंत्री बनाया गया। उस समय वे सबसे कम आयु के मंत्रियों में शामिल थे।
वर्ष 1993 में बीजेपी ने एक बार फिर पौड़ी सीट से हरक सिंह रावत को अवसर दिया और उन्होंने ने भी इस बार जीत हासिल की। पार्टी द्वारा 1998 में हरक सिंह रावत को टिकट से इनकार कर दिया गया, जिससे नाराज हरक सिंह बसपा में शामिल हो गए। तब उन्होंने रुद्रप्रयाग जिले के गठन समेत अन्य कार्यों से छाप छोड़ी, लेकिन बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए।