
Uttarakhand Election 2022 : जानिए रानीखेत सीट से कैसे तय हुई बीजेपी की जीत ?
उत्तराखंड । उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जीत की तैयारियों में लगी हुई है। ऐसे में उत्तराखंड की हॉट सीट रानीखेत सीट पर भाजपा के सियासी रणनीतिकार तुरत फुरत मोहरा चलने से सोच विचार कर रहे है। इसकी साफ वजह यह है कि बीजेपी ने 2017 चुनाव में जो हुआ , उस इतिहास को बीजेपी फिर से दोहराना नहीं चाहेगी। इसको लेकर बीजेपी को एक बड़ा दांव हाथ लगा है , जो आगामी चुनाव में रानीखेत सीट से बीजेपी की जीत तय करने का काम कर सकता है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आसपड़ोस की दो सीटों पर उलझी गुत्थी सुलझाने के बाद रानीखेत की तस्वीर साफ होगी। इसका मतलब अल्मोड़ा व द्वाराहाट में ठाकुर प्रत्याशियों को उतारा गया तो भाजपा रानीखेत की क्षत्रिय बहूल सीट पर नए प्रयोग से परहेज कर ब्राह्मïण उम्मीदवार पर दांव खेल सकती है।
उत्तराखंड में आगामी चुनाव को लेकर केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के राजनीतिक और पूर्व सीएम हरीश रावत के गृहक्षेत्र का सियासी माहौल इस बिल्कुल अलग नजर आ रहा है। एक्ट को लेकर भाजपा में कार्फ़ी असमंजस देंखने को मिल रहा है। दरअसल, उत्तराखंड बनने के साथ ही इस सीट पर अजय भट्ट ही भाजपा का इस मात्र चेहरा रहे है, लेकिन 2017 विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद फिर नैनीताल संसदीय क्षेत्र से जीतकर दिल्ली पहुंचने के बाद से रानीखेत सीट पर दूसरी पांत के स्थानीय सक्रिय नेताओं के खम ठोकने से चुनावी चौसर बिछने के बावजूद मोहरे तय करना भाजपा के सियासी पंडितों के लिए मुश्किल साबित हो रहा। पार्टी से मिली जनाकारी के मुताबिक , रणनीतिकार पहले अल्मोड़ा व द्वाराहाट सीट पर नजरें टिकाए हैं। इन दोनों सीटों पर ठाकुर प्रत्याशी टिकट पा जाते हैं तो रानीखेत में नया प्रयोग करने के बजाय भाजपा ब्राह्मण उम्मीदवार को उतारने का मन बना रही है। यानी अल्मोड़ा व द्वाराहाट सीट का जातिगत समीकरण रानीखेत का टिकट तय करेगा।