उत्तराखंड : मुख्यमंत्री ने लगाया जनता दरबार, कुल 741 शिकायतें हुई प्राप्त
देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अपने आवास पर आयोजित जनता दरबार कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुनीं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। सीएम के आदेश पर सभी की शिकायतों को रजिस्टर में दर्ज किया गया।
कार्यक्रम में जनता की कुल 741 शिकायतें एवं मुद्दे प्राप्त हुए, जिनमें से 253 वित्तीय सहायता से संबंधित थे। धामी ने एक-एक कर शिकायतों को सुना और संबंधित अधिकारियों को उनका समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में प्राप्त सभी शिकायतों की निगरानी की जाएगी और अधिकारियों को उनका समाधान करने के निर्देश दिए हैं।
हरिद्वार के रवि सिंह रौथन ने सीएम को बताया कि उनके पिता जो शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन्हें उनकी भविष्य निधि की राशि नहीं मिली है। उन्होंने आरोप लगाया कि निपटान में जानबूझकर देरी की जा रही है।
शक्ति फार्म के सुहास हलदर ने शिकायत की कि उन्हें किसान सम्मान निधि की किस्त नहीं मिली है।
हरिद्वार के राजेश कुमार सैनी ने कहा कि पुलिस एक मामले में उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
सीएम ने उप महानिरीक्षक (डीआईजी) को इस मामले की ठीक से जांच करने को कहा ताकि शिकायतकर्ताओं को कार्यालयों के अनावश्यक चक्कर लगाने से बचाया जा सके। प्रदीप कुमार व अभिषेक शर्मा ने अपने-अपने घरों का नक्शा स्वीकृत नहीं होने की शिकायत की।
अपने क्षेत्र की सड़क की मरम्मत के संबंध में समलता के सरदार सिंह के अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सड़कों को गड्ढों से मुक्त करने का अभियान 15 सितंबर से शुरू किया जा रहा है।
कार्यक्रम में कई युवा आए थे और उन्होंने सीएम को बताया कि कई विभागों में बड़ी संख्या में पद खाली हैं जिन्हें भरा जाना चाहिए। धामी ने उन्हें बताया कि एक मेगा भर्ती अभियान को भरने के लिए
रिक्त पद शुरू हो गए हैं और स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान सड़क, पेयजल और बिजली को लेकर कई शिकायतें मिलीं।
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