उत्तराखंड : नौ जून को होगी कैबिनेट मंत्रियों की बैठक, अहम विषयों पर होगी चर्चा
प्रदेश कैबिनेट की अहम बैठक नौ जून को होगी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में होने वाली इस कैबिनेट बैठक में कोरोना के कारण पर्यटन व परिवहन क्षेत्र को हुए आर्थिक नुकसान को देखते हुए इससे जुड़े व्यक्तियों को राहत देने के साथ ही कई अन्य अहम विषयों पर चर्चा होने की संभावना है। यह बैठक सुबह 11 बजे सचिवालय में होगी।
अगले पेराई सत्र से शुरू हो सकती है सितारगंज मिल
तीरथ सिंह रावत सरकार गन्ना किसानों के हित में बड़ा कदम उठाने जा रही है। ऊधमसिंहनगर के सितारगंज में पिछले चार वर्षों से बंद पड़ी चीनी मिल में आगामी सत्र से पेराई शुरू करने की तैयारी है। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि चीनी मिल को पीपीपी मोड में शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उक्त मिल के संबंध में सरकार ने निविदाएं आमंत्रित की हैं। चीनी मिल शुरू होने से ऊधमसिंहनगर जिले के सैकड़ों किसानों को लाभ मिलेगा। सितारगंज चीनी मिल को पीपीपी मोड पर शुरू करने की कवायद पहले भी प्रारंभ की गई, लेकिन मौजूदा सरकार इस दिशा में तेजी से निर्णय ले रही है। बहुत कम समय में इस मामले में प्रक्रिया को पूरा किया गया है।
उत्तराखंड भाषा संस्थान की साधारण सभा गठित
उत्तराखंड भाषा संस्थान की साधारण सभा और प्रबंध कार्यकारिणी समिति का गठन किया गया है। साधारण सभा के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पदेन अध्यक्ष हैं। भाषा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि प्रदेश में भाषा संस्थान अपनी पूरी शक्ति के साथ काम करेगा।
उन्होंने बताया कि भाषा संस्थान की साधारण सभा में विभागीय मंत्री कार्यकारी अध्यक्ष होंगे। उपाध्यक्ष राज्य सरकार से नामित प्रतिष्ठित व्यक्ति होगा। वित्त, उच्च शिक्षा, भाषा और नियोजन के सचिव अथवा प्रमुख सचिव पदेन सदस्य होंगे। सरकार ने दून विश्वविद्यालय और उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपतियों को सदस्य के रूप में नामित किया है। इसके अतिरिक्त भाषाविदों और विभिन्न विषयों के साहित्यकारों समेत 12 सदस्य नामित किए गए हैं।
भाषा संस्थान की प्रबंध कार्यकारिणी समिति में मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री के अतिरिक्त भाषा विभाग, वित्त, उच्च शिक्षा, नियोजन के प्रमुख सचिव या सचिव, उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के सचिव शामिल हैं। सरकार की ओर से तीन साहित्यकार भी इसमें नामित किए गए हैं। साधारण सभा एवं प्रबंध कार्यकारिणी के प्रत्येक सदस्य नामित होने की तिथि से तीन वर्ष तक पद पर कार्य करेंगे।