
उत्तराखंड: अस्पतालों में खाली पड़े हैं 5274 पद, हालात अभी भी बदतर
प्रदेश में कोविड संक्रमण के बीच भले ही सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की कवायदें की हों लेकिन हालात अभी भी बदतर ही हैं। अस्पतालों में 5274 पद रिक्त पड़े हुए हैं। पीपीपी मोड में संचालित हो रहे अस्पतालों में भी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। सरकार के आंकड़ों पर गौर करें तो स्वास्थ्य सुविधाओं की हकीकत सामने आती है। प्रदेश में सबसे ज्यादा समूह-ग के पद रिक्त हैं। जबकि समूह क के भी 701 पद रिक्त पड़े हुए हैं। सरकार लगातार कोशिश तो कर रही है, लेकिन हालात काबू में नहीं आ पा रहे हैं।
आलम यह है कि आज भी गांव व दूर दराज के इलाकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सक आसानी से उपलब्ध नहीं हैं। कई जगहों पर तो सामान्य इलाज भी संभव नहीं हो पा रहे हैं।

प्रदेश में कुल स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र: 578
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र: 79
जिला चिकित्सालय/उप जिला चिकित्सालय एवं अन्य : 57
प्रति लाख जनसंख्या पर सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या: 83
प्रदेश के अस्पतालों में कुल रिक्त पदों की संख्या
समूह क: 701 पद
समूह ख: 187 पद
समूह ग: 4035
समूह घ: 351
स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार किए जा रहे हैं। जहां रिक्त पद हैं, वहां फिलहाल संविदा के आधार पर भर्तियां की जा रही हैं। जल्द ही सभी सेवाएं बेहतर हो जाएंगी।
-अमित नेगी, स्वास्थ्य सचिव