उत्तराखंड : आयुष्मान योजना के तहत किये जा चुके है 1.33 लाख डायलिसिस
डायलिसिस की उच्च और आवर्ती लागत गुर्दे के रोगियों के लिए एक बड़ी समस्या है । ऐसे मरीजों को बड़ी राहत देते हुए उत्तराखंड सरकार ने डायलिसिस को आयुष्मान योजना में शामिल किया था।
राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (एसएचए) के अध्यक्ष डीके कोटिया ने कहा कि इस योजना के तहत अब तक किडनी की बीमारी के मरीजों को 1.33 लाख डायलिसिस का लाभ मिल चुका है। साथ ही डायलिसिस पर अब तक 42 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना ने किडनी रोगियों के लिए चीजों को आसान बना दिया है क्योंकि डायलिसिस जैसी महंगी प्रक्रिया योजना के दायरे में आ गई है। कोटिया ने कहा कि आयुष्मान योजना किडनी रोगियों के लिए जीवन रक्षक का काम कर रही है।
यहां यह उल्लेख करना उचित है कि डायलिसिस के रोगी के डायलिसिस से गुजरने पर हर बार 12,000 से 15,000 रुपये खर्च किए जाते हैं। मरीजों के पेरिटोनियल डायलिसिस पर हर महीने 18,000 से 20,000 रुपये की राशि खर्च की जाती है।
25 दिसंबर, 2018 को लॉन्च किया गया, AAUY योजना के तहत पैनल वाले अस्पतालों में उत्तराखंड के सभी 23 लाख परिवारों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये का कवर प्रदान करता है। पैनल वाले अस्पतालों में रोगी 1,350 प्रकार की बीमारियों के लिए योजना का लाभ उठा सकते हैं।
अब तक कुल 3.11 लाख मरीज इस योजना का लाभ उठा चुके हैं और इस योजना पर अब तक 390 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है।
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