उत्तर प्रदेश : एसएनके पान मसाला ने की 154 करोड़ की राजस्व चोरी, रिमांड पर मेरठ भेजा गया
कानपुर : कोरोना काल के दौरान एसएनके पान मसाला के मैनेजमेंट ने इनवाइस के बिना करोड़ों का माल बेचा है। जिसके कारण कंपनी को तो लाभ हुआ, पर करोड़ों का राजस्व को नुकसान भी हुआ। डीजी जीएसटीआइ के अधिकारियों को यह सूचना जांच के वक्त पता चली है।कानपुर में जांच के बाद महानिदेशक जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम ने एसएनके कंपनी के मालिक तथा डायरेक्टर को हिरासत में ले ट्रांजिट रिमांड पर मेरठ भेज दिया है।
जीएसटी टीम के अधिकारियों के मुताबिक पिछले साल कोरोना की शुरुआत में पान मसाला उत्पादन कम हुआ था। जिससे उसकी बिक्री बढ़ गई थी। लोगों ने ज्यादा कीमत देकर भी पान मसाला खरीदा था। जिसके बाद कारोबार पटरी पर लौट आया था। कंपनी ने ज्यादा से ज्यादा पान मसाला के पाउच बनाएं। इन पाउचों को बिना किसी इनवॉइस के दुकानदारों को बेचा गया था।
डीजीजीएसटी की टीम द्वारा नवीन कुरेले तथा अविनाश मोदी को 154 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी मामले में 10 अगस्त की शाम 6:40 बजे हिरासत में लिया गया था। अधिकारियों के अनुसार एक दिसंबर 2020 से 21 मई 2021 के बीच पवन इंटरप्राइजेज के मालिक नवीन कुरेले तथा एजे सुगंधी के डायरेक्टर अविनाश मोदी ने बाजार से कच्चा माल खरीद कंपनी में तैयार कर एसएनके और गगन पान मसाला के नाम पर बेचा था।
बाजार में खरीदे कच्चे माल और तैयार माल की बिक्री कैश में की गई है। इसका कंपनी कहीं भी रिकॉर्ड कंपनी ने दर्ज नहीं किया है। अधिकारियों के अनुसार 329 करोड रुपए का पान मसाला बनाकर कंपनी ने बेचा है। जिसमें लगभग 154 करोड रुपए की राजस्व चोरी की गई है।