
सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट, सरकार ने बनाई स्पेशल फोर्स बिना वारंट तलाशी और गिरफ्तारी का होगा अधिकार
मानसून सत्र में विधानसभा से पारित उत्तरप्रदेश में विशेष सुरक्षा बल का गठन हो गया है। इस बल की शक्तियां केंद्रीय औद्योगिकी सुरक्षा बल CISF के समान होंगी। इस फोर्स के पास बिना किसी वारंट के तलाशी लेने और गिरफ्तार करने का वारंट होगा।
कहां होगी तैनाती
उत्तरप्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (UPSSF) उत्तरप्रदेश में उच्च न्यायालय, जिला न्यायालयों, प्रशासनिक कार्यालयों, परिसर, तीर्थ स्थल, मेट्रो रेल, हवाई अड्डा, बैंक, शिक्षिक संस्थान, औद्योगिक संस्थान आदि की सुरक्षा करेंगी।
आधिकारिक ट्वीट कर दी जानकारी
इस बल की शुरुआत में पीएसी से पांच बटालियनों का गठन किया जाएगा। इसमें सीधी भर्ती का अधिकार उत्तरप्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को दिया गया है। यूपी सरकार ने आधिकारिक ट्विटर हैंडिल से ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी थी। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (ग्रह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि 5 बटालियन के गठन पर कुल व्यय भार 1747.06 करोड़ अनुमानित है। जिसमें वेतन भत्ते व अन्य व्यवस्थाएं भी सम्मिलित है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि पहले चरण में पीएसी का सहयोग लेकर कुछ इंफ्रास्ट्रक्चर शेयर करके इसे आगे ले जाया जाएगा। इस बल के सदस्य को विशेष पॉवर नियमावली के तहत दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट
उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा हेतु वर्तमान में 9,919 कर्मी कार्यरत रहेंगे विशेष सुरक्षा बल के रूप में प्रथम चरण में 5 बटालियन का गठन किया जाना प्रस्तावित है। इन बटालियन के गठन हेतु कुल 1,913 नए पदों का सृजन किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि यह UPSSF मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट होगा।
विधिवत तैयार किया जाएगा रोडमैप
एडीजी स्तर के आईपीएस के मुख्य बल का मुखिया नियुक्त किया जाएगा। किसी विशेष परिस्थितियों में बल को बिना वारंट के गिरफ्तार करने का अधिकार होगा। सरकार ने डीजीपी से इसके विधिवत गठन का रोडमैप तैयार करने को कहा गया है।