
सुदीक्षा की मौत : बेटी की मौत पर पिता ने कहा कि आज एक तारा टूट गया
4 करोड़ की स्कॉलरशिप से चर्चाओं में आईं होनहार सुदीक्षा अमेरिका में पढ़ रही थीं। एक साधारण परिवार की लड़की ने परिवार का नाम रोशन किया, लेकिन एक हादसे ने परिवार को सदमे में डाल दिया है।
ग्रेटर नोएडा की सुदीक्षा भाटी ने अपनी मेहनत के बलबूते पर अमेरिका में पढ़ाई करने की कामयाबी हासिल की थी। पिता चाय बेचकर घर का पालन-पोषण करते हैं। सोमवार दोपहर सुदीक्षा अपने मामा के घर जा रही थीं। बुलंदशहर के गांव चरौरा मुस्तफाबाद के रास्ते में शोहदे की छेड़खानी से स्कूटी गिर गई। सुदीक्षा कि मौत हो गई और भाई अस्पताल में भर्ती है।
■ पिता ने कहा, आज फिर एक तारा टूट गया
पिता जितेंद्र भाटी इस घटना से टूट गए हैं। उन्होंने कहा कि बेटी छुट्टियों में आई थी, वापस जाने से पहले मामा और ननिहाल वालों से मिलना चाहती थी उसने पूरी पढ़ाई बुलंदशहर में की थी। सुदीक्षा होनहार और मेहनती लड़की थी। उन्होंने कहा कि आज फिर एक तारा टूट गया है।
■ 2011 में किया था टॉप
गौतमबुद्ध नगर के दादरी में रहने वाली सुदीक्षा का सिलेक्शन 2011 में विद्या ज्ञान लीडरशिप एकेडमी में हुआ था। साल 2018 में उन्होंने 12 वीं में 98% अंक हासिल कर बुलंदशहर जिले में टॉप किया था।
■ 20 अगस्त को वापस लौटना था अमेरिका
2018 में वह अमेरिका गईं थीं। वह अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज में बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स कर रही थीं। उन्हें इस पढ़ाई के लिए एचसीएल की तरफ से 3.80 करोड़ की स्कॉलरशिप मिली थी। सुदीक्षा जून में भारत आईं थी और उन्हें 20 अगस्त को अमेरिका लौटना था।
■ बुलंदशहर पुलिस ने लगाया यह आरोप
जहां इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट गया है और पुलिस से आस लगाई का रही थी कि वो इस मामले में मदद करेगी लेकिन बुलंदशहर के डीएम रविंद्र कुमार का कहना है कि गाड़ी (स्कूटी) नाबालिक चचेरा भाई निगम चला रहा था और उसने हेलमेट भी नहीं पहन रखा था। वहीं सुदीक्षा के पिता जितेंद्र भाटी ने इस बात से साफ इंकार कर कहा कि स्कूटी सुदीक्षा के चाचा चला रहे थे।
■ भाई ने कहा कि गाड़ी 30 पर चल रही थी
सुदीक्षा भाई का कहना है कि हमारी स्पीड 30 की रही होगी। हमने एकदम ब्रेक मार सामने बुलेट थी जिसपर जाट लिखा था। वह यूपी 13 की बाइक थी। बाइक का नंबर नोट नहीं कर सका। पुलिस घटनास्थल पर आधे घंटे बाद पहुंची थी।