यूपी: कामनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए लखनऊ साई सेंटर की छह महिलाओं का चयन
19 साल की उम्र में विनेश फोगाट निकॉन वाली गेम में गोल्ड मेडल जीता था। जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक डेढ़ महीना पहलवान की दस्तक थी
लखनऊ: हमेशा चुलबुली से रहने वाली विनेश फोगाट आज दुनिया की चोटी के खिलाड़ी हैं। कभी 90 के दशक के बॉलीवुड गानों की धुन पर काम करती छोटे छोटे बालों वाली महिला खिलाड़ी आज कुश्ती के दांव पेच में माहिर हो गई। कुश्ती के दांव पर से पहले यह पहलवान खुद को तैयार कर रही थी वही लखनऊ के इंडोर स्टेडियम का यह नजारा अपने आप में बहुत कुछ बयां कर रहा था।
28 जुलाई से कॉमनवेल्थ गेम की शुरुआत बर्मिंघम में होनी है। कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए लखनऊ की साइंस सेंटर से 6 महिलाओं का चयन हुआ है। वह इस बात दूसरे कॉमनवेल्थ गेम अपना दूसरा गोल्ड जीतने विनेश फोगाट उतरेंगी। विनेश फोगाट दिन पर दिन मेडल जीतने के लिए पूरी जोरो खामोश से ट्रेनिंग में लगी है।
कुछ की एक-एक बात को ध्यान से सुनते हुए मानो फोगाट की नजर मैच की हार जीत का फैसला इसी पर टिका हुआ इसी बीच में बस अपने पसंदीदा गाने लगाने के लिए करीब 3 घंटे की ट्रेनिंग के बाद उन्हें समय पर बैठते हुए कहती थी कि पहलवानी करना तुम भी किस्मत के साथ पहले से लिखा हुआ था।
गौरतलब है कि 19 साल की उम्र में विनेश फोगाट निकॉन वाली गेम में गोल्ड मेडल जीता था। जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक डेढ़ महीना पहलवान की दस्तक थी। कामनवेल्थ के बाद जब 2016 रियो ओलंपिक में भारतीय टीम में तो 19 से पदक पक्का माना जा रहा था लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। वाटर फाइनल में विनेश फोगाट को अचानक गंभीर चोटें लग गई देखते-देखते गेम बदल गया दर्द की कराती विनेश को ट्रैक्टर पर ले जाना पड़ा और ओलंपिक का सपना टूट गया।